अलवर. रोहिताश शर्मा के बयान के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री हेम सिंह भड़ाना ने कहा कि रोहिताश शर्मा कभी भारतीय जनता पार्टी के नहीं रहे. वह हमेशा कांग्रेस का प्रचार करते रहे और अंदर खाने भारतीय जनता पार्टी को नुकसान पहुंचाते रहे. भड़ाना ने कहा कि जो व्यक्ति प्रदेश अध्यक्ष को अनुशासन का पाठ पढ़ाएं, उनका अपमान करे, उस व्यक्ति को तुरंत पार्टी से निष्कासित करते हुए निलंबित कर देना चाहिए. वो खुद को वरिष्ठ नेता बताते हैं. पार्टी को अपनी मां कहते हैं, वो किस लिहाज से पार्टी में वरिष्ठ हैं.
बता दें, अलवर दौरे से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के वापस लौटने के बाद रोहिताश शर्मा ने अलवर के नेताओं और प्रदेश अध्यक्ष पर टिप्पणी की थी. शर्मा ने कहा था कि यह दौरा केवल खानापूर्ति जैसा रहा. साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान कई अपराधिक किस्म के लोगों का प्रदेश अध्यक्ष ने नाम लिया और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को मंच से नीचे बैठाया गया. रोहिताश शर्मा के इस बयान के बाद से लगातार अलवर में राजनीति का दौर शुरू हो चुका है.
इसी बीच वसुंधरा सरकार में मंत्री रहे हेम सिंह भड़ाना ने शनिवार को रोहिताश शर्मा पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया जिले की बैठक में आए थे. थानागाजी में प्रवेश के समय हजारों कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. इस दौरान मंडल के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे. 30 मिनट तक प्रदेश अध्यक्ष का संबोधन रहा. इस दौरान उन्होंने हेमसिंह भड़ाना का कई बार नाम लिया. उन्होंने कहा कि रोहिताश शर्मा ने 1985 में पहली बार कांग्रेस से चुनाव लड़ा था. उसके बाद 1990 में भी कांग्रेस से ही चुनाव लड़ा. 1993 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और उसके बाद भाजपा में अपना समर्थन देते हुए शामिल हो गए.
यह भी पढ़ेंः महंगाई के खिलाफ कांग्रेस : कभी चूल्हे पर रोटी...कभी साइकिल, ऊंट और बैलगाड़ी...आज जयपुर में किया पैदल मार्च
भड़ाना ने जानकारी देते हुए बताया कि साल 2004 में ओम प्रकाश चौटाला की पार्टी से उन्होंने दौसा से लोकसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन वो हार गए. उसके बाद फिर से 2009 में वो भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. भड़ाना ने कहा कि रोहिताश शर्मा कपड़ों की तरह पार्टी बदलते हैं. वह हमेशा भाजपा का दुष्प्रचार करते हुए नजर आए हैं. कभी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के खिलाफ उन्होंने प्रचार किया, तो कभी उनके खिलाफ बयानबाजी की.