अलवर. देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार बारिश और बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. लेकिन अलवर में लंबे समय से लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं. सावन के माह में वैसे तो आमतौर पर बारिश होती है. लेकिन इस बार सावन के महीने में पहली बारिश बुधवार को हुई बारिश से शहर की सड़कें भींगी हुई नजर आई.
बता दें कि अलवर में साल भर पानी समस्या रहती है. पूरा जिला भूमिगत जल पर निर्भर है. जिले में सतही पानी के इंतजाम नहीं होने के कारण हालात खराब हो रहे हैं. ऐसे में अलवर में पानी की खास आवश्यकता है. बुधवार को अलवर में सावन माह की पहली बारिश हुई. हालांकि जिले के बांध अब भी सूखे हुए हैं.
अलवर में 129 बांध है, इनमें से केवल 4 बांधों में पानी है. बाकी सभी बांध पूरी तरीके से सूखे हुए हैं. बुधवार को सुबह से बादल छाए रहे दोपहर बाद अचानक हवा के साथ तेज बारिश हुई. लेकिन कुछ देर होने के बाद बारिश बंद हो गई. इसके बाद उमस हुई. तो वहीं शाम को रिमझिम बारिश चलती रही. मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में भी बारिश होने की संभावना है.
ये पढ़ें: अलवर के कोतवाली थाना क्षेत्र में गुरुवार से लॉकडाउन लागू
अलवर में लंबे समय से बारिश का इंतजार हो रहा है. लेकिन बारिश नहीं होने के कारण किसान भी खासा परेशान है क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर रहती है. अलवर में गेहूं, सरसों, चना, प्याज प्रमुख फसलें हैं. जिसमें बारिश के पानी की आवश्यकता होती है. लगातार भूमिगत जलस्तर कम होने से पानी की कमी हो रही थी. पूरा जिला डार्क जॉन में आ चुका है. इसके अलावा भिवाड़ी, बहरोड़, तिजारा, टपूकड़ा व नीमराना सहित क्षेत्र डाक जोन से भी नीचे पहुंच चुके हैं. अलवर के आसपास क्षेत्र दिल्ली में जयपुर में लगातार बारिश हो रही है. यही हालात रहे तो आने वाले समय में परेशानी हो सकती है.