अलवर. पहली बार अलवर में फिल्म फेस्टिवल का आयोजन हो रहा है. दुनिया के 70 देशों की चयनित 35 फिल्में दिखाई जा रहीं हैं. पहले दिन 'बघेरा' फिल्म की कलाकार प्रीति ने कहा, कि फिल्म फेस्टिवल में समाज को संदेश देने वाली फिल्में शामिल होती हैं.
शॉर्ट फिल्म 'बघेरा' की कलाकार प्रीति ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा, कि वे पहली बार अलवर आईं हैं. अलवर बड़ा ही खूबसूरत शहर है. अलवर में कई तरह की लोकेशन हैं, जहां पर विभिन्न फिल्में बन सकती हैं. उनकी फिल्म 'बघेरा' लड़कियों पर होने वाले अत्याचारों को लेकर है. प्रीति के मुताबिक इस फिल्म के जरिए महिलाओं और लड़कियों को हर परेशानी का मुकाबला करने का संदेश दिया गया है. उन्होंने ये भी कहा, कि हमारे समाज में कई तरह की बुराइयां व कुरीतियां है. ऐसे में समाज को जागरूक करने के लिए शॉर्ट फिल्में काफी कारगर साबित होती हैं. क्योंकि यह फिल्में दिमाग पर सीधा असर डालती हैं और विशेष संदेश पर आधारित होती हैं.
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प्रीति ने बताया, कि हमारे समाज में लड़कियों व महिलाओं को हर कदम पर परेशानी का सामना करना पड़ता है. परिवार हो या बाहर, लड़कियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं. ऐसे में उनको कठोर बनते हुए सबसे मुकाबला करना आना चाहिए. गलत के खिलाफ खड़ा होना व गलत को गलत कहने की हिम्मत होना जरूरी है. क्योंकि हम गलत का साथ देंगे तो हम खुद भी गलत साबित होंगे. उन्होंने कहा, कि फिल्म फेस्टिवल में वही फिल्में पहले स्थान पर आती हैं, जो ज्यादा से ज्यादा संदेश देने वाली होती हैं और जिनका समाज पर सीधा असर पड़ सकता है.