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सरिस्का के बाघों के बीच टेरिटरी को लेकर हो सकता है संघर्ष

सरिस्का नेशनल पार्क 886 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है. फिलहाल सरिस्का में बाघों की संख्या 20 है. इसमें 10 बाघिन, 6 बाघ और 4 शावक हैं. इसमें आधे से ज्यादा बाघ युवा हैं. इससे टाइगर रिजर्व में टेरिटरी को लेकर उम्र दराज और युवा बाघों के बीच संघर्ष की आशंका बढ़ गई है. इन दिनों सबसे ज्यादा आशंका बाघ एसटी-6 और एसटी-21 के संघर्ष की है.

Alwar News, Sariska Tiger Reserve, सरिस्का के बाघ
सरिस्का में बाघों के बीच संघर्ष की संभावना
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Published : Nov 2, 2020, 2:13 PM IST

अलवर. सरिस्का टाइगर रिजर्व में लंबे समय से राज कर चुके बाघ एचसी-6 की टेरिटरी पर इन दिनों युवा बाघों की नजर टिकी हुई है. ऐसे में आने वाले समय में बाघों के बीच टेरिटरी को लेकर संघर्ष हो सकता है. वहीं, लगातार सरिस्का में बाघों की साइटिंग हो रही है. ऐसे में पर्यटक खासे खुश हैं.

बता दें कि सरिस्का नेशनल पार्क 886 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है. सरिस्का देश का अकेला ऐसा टाइगर रिजर्व है, जिसकी कोई टेरिटरी नहीं है. ऐसे में कई बार सारिस्का के वन्य जीव और बाघ आबादी क्षेत्र में आ जाते हैं. सरिस्का के बीचोबीच अलवर-जयपुर स्टेट हाईवे निकलता है. ऐसे में वन्यजीवों को भी खतरा रहता है. फिलहाल सरिस्का में बाघों की संख्या 20 है. इसमें 10 बाघिन, 6 बाघ और 4 शावक हैं. इसमें आधे से ज्यादा बाघ युवा हैं. इससे टाइगर रिजर्व में टेरिटरी को लेकर उम्र दराज और युवा बाघों के बीच संघर्ष की आशंका बढ़ गई है. इन दिनों सबसे ज्यादा आशंका बाघ एसटी-6 और एसटी-21 के संघर्ष की है.

पढ़ें: UNLOCK-6: 16 नवंबर तक स्कूल कॉलेज रहेंगे बंद, शादी में शामिल हो सकेंगे 100 लोग

दरसअल, बाघ एसटी-6 के टेरिटरी पर बाघ एसटी-21 घूम रहा है. बाघ एसटी-6 इन दिनों पूंछ के ऊपर घाव होने से दूसरे क्षेत्र की ओर चला गया है. लेकिन, उसके पास वापस पुरानी टेरिटरी की ओर लौटने पर संघर्ष की आशंका है. वहीं, बाघ एसटी-6 शुरू से ही स्वभाव में हमलावर रहा है. पहले रणथंभोर से निकलकर मथुरा, धौलपुर और भरतपुर तक यह बाघ पहुंच चुका है. वहीं, रणथंभोर में बाघ एसटी-6 ने एक वन अधिकारी सहित कई लोगों पर हमले किए थे. उसने सरिस्का में टेरिटरी को लेकर हुए संघर्ष में बाघ एसटी-4 को गंभीर रूप से घायल किया था. संघर्ष के बाद घायल बाघ एसटी-4 की मौत हो गई थी. साथ ही एसटी-6 भी टेरिटरी के संघर्ष के दौरान घायल हुआ था. एसटी-6 ने एसटी-15 को अपनी टेरिटरी से खदेड़ा था.

सरिस्का में बाघों के बीच संघर्ष की संभावना

पढ़ें: राजस्थान हाईकोर्ट में सोमवार से नियमित होगी सुनवाई, ई-पास के जरिए होगा वकीलों और पक्षकारों का प्रवेश

इसके अलावा भी कई अन्य बाघों को भी वापस लौटने को मजबूर कर दिया था. सारिस्का में इन दिनों 3 बाघ उम्रदराज हैंं. इन तीनों की उम्र 14 साल से ज्यादा हो चुकी है. इसमें बाघ एसटी-6, बाघ-2 और 3 भी शामिल हैं. इसके अलावा अन्य बाघ युवावस्था में हैं. युवा बाघों में 4 शावक हैं. बाघिन एसटी-12 के 3 और एसटी-14 का एक बाघ है. ये सभी अब करीब 3 साल के है. इनमें सबसे युवा बाघ एसटी-21 है. वहीं, एसटी-13, 15, 17, 18, 19 और 20 भी युवा अवस्था में है. बाघिन एसटी-7, 8 और 9 की उम्र भी ज्यादा नहीं है. ऐसे में सरिस्का प्रशासन की तरफ से लगातार सभी बाघों पर नजर रखी जा रही है. 24 घंटे इनकी मॉनिटरिंग की व्यवस्था भी प्रशासन की तरफ से की गई है. सारिस्का के अधिकारियों के मुताबिक बाघ एसटी-21 अभी बाघ एसटी-6 टेरिटरी के पास ही है. ऐसे में बाघों के बीच टेरिटरी को लेकर और संघर्ष सकता है.

अलवर. सरिस्का टाइगर रिजर्व में लंबे समय से राज कर चुके बाघ एचसी-6 की टेरिटरी पर इन दिनों युवा बाघों की नजर टिकी हुई है. ऐसे में आने वाले समय में बाघों के बीच टेरिटरी को लेकर संघर्ष हो सकता है. वहीं, लगातार सरिस्का में बाघों की साइटिंग हो रही है. ऐसे में पर्यटक खासे खुश हैं.

बता दें कि सरिस्का नेशनल पार्क 886 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है. सरिस्का देश का अकेला ऐसा टाइगर रिजर्व है, जिसकी कोई टेरिटरी नहीं है. ऐसे में कई बार सारिस्का के वन्य जीव और बाघ आबादी क्षेत्र में आ जाते हैं. सरिस्का के बीचोबीच अलवर-जयपुर स्टेट हाईवे निकलता है. ऐसे में वन्यजीवों को भी खतरा रहता है. फिलहाल सरिस्का में बाघों की संख्या 20 है. इसमें 10 बाघिन, 6 बाघ और 4 शावक हैं. इसमें आधे से ज्यादा बाघ युवा हैं. इससे टाइगर रिजर्व में टेरिटरी को लेकर उम्र दराज और युवा बाघों के बीच संघर्ष की आशंका बढ़ गई है. इन दिनों सबसे ज्यादा आशंका बाघ एसटी-6 और एसटी-21 के संघर्ष की है.

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दरसअल, बाघ एसटी-6 के टेरिटरी पर बाघ एसटी-21 घूम रहा है. बाघ एसटी-6 इन दिनों पूंछ के ऊपर घाव होने से दूसरे क्षेत्र की ओर चला गया है. लेकिन, उसके पास वापस पुरानी टेरिटरी की ओर लौटने पर संघर्ष की आशंका है. वहीं, बाघ एसटी-6 शुरू से ही स्वभाव में हमलावर रहा है. पहले रणथंभोर से निकलकर मथुरा, धौलपुर और भरतपुर तक यह बाघ पहुंच चुका है. वहीं, रणथंभोर में बाघ एसटी-6 ने एक वन अधिकारी सहित कई लोगों पर हमले किए थे. उसने सरिस्का में टेरिटरी को लेकर हुए संघर्ष में बाघ एसटी-4 को गंभीर रूप से घायल किया था. संघर्ष के बाद घायल बाघ एसटी-4 की मौत हो गई थी. साथ ही एसटी-6 भी टेरिटरी के संघर्ष के दौरान घायल हुआ था. एसटी-6 ने एसटी-15 को अपनी टेरिटरी से खदेड़ा था.

सरिस्का में बाघों के बीच संघर्ष की संभावना

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इसके अलावा भी कई अन्य बाघों को भी वापस लौटने को मजबूर कर दिया था. सारिस्का में इन दिनों 3 बाघ उम्रदराज हैंं. इन तीनों की उम्र 14 साल से ज्यादा हो चुकी है. इसमें बाघ एसटी-6, बाघ-2 और 3 भी शामिल हैं. इसके अलावा अन्य बाघ युवावस्था में हैं. युवा बाघों में 4 शावक हैं. बाघिन एसटी-12 के 3 और एसटी-14 का एक बाघ है. ये सभी अब करीब 3 साल के है. इनमें सबसे युवा बाघ एसटी-21 है. वहीं, एसटी-13, 15, 17, 18, 19 और 20 भी युवा अवस्था में है. बाघिन एसटी-7, 8 और 9 की उम्र भी ज्यादा नहीं है. ऐसे में सरिस्का प्रशासन की तरफ से लगातार सभी बाघों पर नजर रखी जा रही है. 24 घंटे इनकी मॉनिटरिंग की व्यवस्था भी प्रशासन की तरफ से की गई है. सारिस्का के अधिकारियों के मुताबिक बाघ एसटी-21 अभी बाघ एसटी-6 टेरिटरी के पास ही है. ऐसे में बाघों के बीच टेरिटरी को लेकर और संघर्ष सकता है.

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