अलवर. प्रदेश में बिजली चोरी का मामला लगातार सामने आ रहा है. अलवर, भरतपुर और धौलपुर में सबसे ज्यादा बिजली चोरी के मामले सामने आते हैं. कुछ साल पहले बिजली चोरी की घटनाओं को देखते हुए विद्युत विभाग की तरफ से सरकारी कार्यालयों में प्रीपेड मीटर लगाना शुरू किया गया था. उसके बाद भी बिजली चोरी की घटना रुकने की नाम नहीं ले रहा है.
विद्युत विभाग की तरफ से बिजली चोरी करने वाले लोगों के खिलाफ वीसीआर भरने की प्रक्रिया भी लगातार की जाती है. लाखों रुपए जुर्माने भरने के बाद भी लोग बिजली चोरी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसे में विद्युत विभाग ने अलवर से पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने का फैसला लिया है. इसके तहत जिन क्षेत्रों में बिजली चोरी की शिकायत आती है उन जगहों पर विद्युत विभाग की तरफ से स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. यह मीटर किसी भी तरह की चोरी होने पर विद्युत विभाग को सूचना देंगी.
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विद्युत विभाग के अधिकारियों ने कहा की अलवर में बिजली चोरी ज्यादा होती है. बिजली चोरी होने के कारण विद्युत विभाग को लाखों का नुकसान होता है. वही लाखों रुपए बकाया भी चल रहे हैं. आए दिन होने वाली घटनाओं को देखते हुए स्मार्ट मीटर लगाने का फैसला लिया गया है. मुख्यालय स्तर पर इन मीटर लगाने की टेंडर प्रक्रिया की गई है. अलवर में जल्द ही स्मार्ट मीटर लगने का काम शुरू हो जाएगा.
विद्युत विभाग के अधिकारियों की माने तो स्मार्ट मीटर लगने से बिजली चोरी की घटनाओं में कमी आएगी. यह मीटर विद्युत विभाग के कार्यालय में लगे सर्वर से जुड़े हुए होंगे. मीटर में किसी भी तरह की छेड़खानी करने पर तुरंत ऑफिस में बैठे कर्मचारी व अधिकारियों को चोरी की जानकारी मिल जाएगी.