अलवर. निकाय चुनाव से पहले सरकार की ओर से जिले के वार्ड के सीमांकन में किए गए बदलाव ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी. बता दें कि नगर परिषद क्षेत्र में कुल 50 वार्ड थे. चुनाव से पहले सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सीमांकन में बदलाव किया और जिले में 65 वार्ड कर दिए गए.
वहीं वार्डों की सीमांकन बदलाव के चलते सभी वार्डों की सीमा में बदलाव हुआ और लोगों के वार्ड संख्या और पोलिंग बूथ सहित अन्य चीजों में बदलाव हुआ. इस बदलाव के चलते निकाय चुनाव वाले दिन लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. सुबह से शाम तक लोग अपना बूथ और वोटर लिस्ट में अपना नाम ढूंढते हुए दिखाई दिए. बीएलओ की मदद मिलने के बाद भी कुछ लोग वोट डालने से वंचित हो गए और कुछ को सुबह से शाम तक खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. इस चुनाव में जिला निर्वाचन विभाग की तरफ से वोटिंग पर्ची का भी वितरण नहीं किया गया. अंतिम समय में लिए गए इस फैसले से लोगों की परेशानी ज्यादा बढ़ गई.
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दरअसल सीमांकन में हुए बदलाव के चलते सभी वार्डों के बूथ में बदलाव हो गया था. ऐसे में लोगों को बूथों की पहचान करने और वोट डालने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. इस संबंध में जब लोगों ने प्रशासन से शिकायत की तो प्रशासन ने कहा कि सभी जगह पर बीएलओ लगाए गए हैं. लोगों को परेशानी होने पर लोग बीएलओ की मदद से वोट डाल सकेंगे. लेकिन बीएलओ के बाद भी लोगों की परेशानी कम होती हुई दिखाई नहीं दी.