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अलवर पंचायती राज चुनाव परिणाम : जिला परिषद और पंचायत समितियों में मजबूत हुए कांग्रेस के 'हाथ'...जिला प्रमुख के लिए कल होगी वोटिंग

अलवर में जिला परिषद और पंचायत समितियों के चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मार ली है. जिला परिषद के 49 वार्डों में से 1 पर निर्विरोध प्रत्याशी जीतने के बाद 48 वार्डों के लिए हुई वोटिंग में 25 पर कांग्रेस, 20 पर भाजपा और 4 पर निर्दलीय जीते हैं. वहीं जिले की 16 पंचायत समितियों के 352 वार्ड में से कांग्रेस को 134, भाजपा को 120 और अन्य को 97 वार्डों में जीत हासिल हुई है.

Alwar news , राजस्थान पंचायत चुनाव
अलवर पंचायत चुनाव की मतगणना
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Published : Oct 29, 2021, 9:31 AM IST

Updated : Oct 29, 2021, 10:44 PM IST

अलवर. जिला परिषद के 49 वार्ड और 16 पंचायत समितियों के 352 वार्ड में कांग्रेस ने अपना दबदबा कायम किया है. भाजपा की तुलना में कांग्रेस आगे निकल गई है. जिला परिषद की बात करें तो 49 में से 25 वार्डों में कांग्रेस ने जीत हासिल की, वहीं 352 पंचायत समितियों में से 134 पर कांग्रेस काबिज हुई है. जिला प्रमुख के लिए अलवर में वोटिंग कल होगी.

कांग्रेस का जिला प्रमुख बनाने का दावा

अलवर जिला परिषद चुनाव के परिणाम आ चुके हैं. जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस को बढ़त मिली है. जिले की कुल 49 सीटों पर मतदान हुआ था. जिला पार्षद के वार्ड 20 से कांग्रेस के जगदीश जाटव निर्विरोध जीत चुके हैं. 48 सीटों के लिए मतदान प्रक्रिया हुई. अलवर के बाबू शोभाराम कला महाविद्यालय में मतगणना हुई. जिसमें कांग्रेस को बढ़त मिली. ऐसे में कांग्रेस अपना जिला प्रमुख बनाने का दावा कर रही है. 30 अक्टूबर को जिला परिषद में जिला प्रमुख के लिए वोटिंग होनी है.

श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने कार्यकर्ताओं को दी बधाई

अब निर्दलीयों से संपर्क

जिला परिषद के कुल 49 वार्डों में से 1 वार्ड में कांग्रेस का प्रत्याशी निर्विरोध चुना गया था. ऐसे में अब 25 वार्डों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, 20 वार्डों में भाजपा और 4 वार्डों में निर्दलीय जीते हैं. भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने निर्दलीय से संपर्क करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस को मिली बढ़त के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ता खासे खुश नजर आ रहे हैं. श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली समेत कई कांग्रेस व समर्थित निर्दलीय पंचायत समिति सदस्य चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को पंचायत समिति में स्पष्ट बहुमत या भाजपा पर बढ़त दिलाने में कामयाब रहे, लेकिन कुछ कांग्रेस व समर्थित निर्दलीय विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस की लाज बचा पाने में विफल रहे.

मालाखेड़ा-उमरैण में कांग्रेस प्रधान की संभावना

पंचायत समिति सदस्य चुनाव नतीजों में श्रम राज्य मंत्री जूली के निर्वाचन क्षेत्र की दोनों पंचायत समिति मालाखेड़ा व उमरैण में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा. उमरैण पंचायत समिति में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला, वहीं मालाखेड़ा में वह स्पष्ट बहुमत के करीब पहुंच गई. दोनों ही पंचायत समितियों में कांग्रेस के प्रधान बनने की पूरी संभावना है.

विधायकों का 'रिपोर्ट कार्ड'

इसी तरह से राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र से विधायक जौहरीलाल मीणा भी अपने निर्वाचन क्षेत्र की तीन पंचायत समितियों में दो पर कांग्रेस को भाजपा पर बढ़त दिलाने में कामयाब रहे. हालांकि राजगढ़ पंचायत समिति में यहां वे कांग्रेस की पिछड़ने से नहीं रोक पाए. रामगढ़ विधायक सफिया खान भी अपने निर्वाचन क्षेत्र की रामगढ़ पंचायत समिति में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाने में कामयाब रही, लेकिन गोविंदगढ़ में कांग्रेस भाजपा से पिछड़ गई.

इसी प्रकार किशनगढ़बास विधायक दीपचंद खैरिया ने किशनगढ़बास में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाकर दबदबा कायम रखा. हालांकि कोटकासिम पंचायत समिति में भाजपा कांग्रेस पर बढ़त बनाने में सफल रही. थानागाजी से निर्दलीय विधायक कांति मीणा ने भी थानागाजी में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाकर अपना दबदबा कायम किया. उधर, मुण्डावर से भाजपा विधायक मंजीत चौधरी ने मुण्डावर पंचायत समिति में भाजपा को पूर्ण बहुमत दिलाया. जबकि कुछ विधायक ऐसे भी हैं, जो कांग्रेस को जीत नहीं दिलवा पाए.

यह भी पढ़ें -पंचायत चुनाव मतगणना LIVE Update: अलवर के बाबू शोभाराम कला महाविद्यालय में पंचायत चुनाव की मतगणना शुरू

16 पंचायत समितियों के 352 वार्डों का परिणाम

अलवर जिले की 16 पंचायत समितियों के 352 वार्ड में से कांग्रेस को 134, भाजपा को 120 और अन्य को 97 वार्डों में जीत हासिल हुई है. जिले में पंचायत चुनाव के लिए मतगणना अलवर के बाबू शोभाराम कला महाविद्यालय में हुई. तीन स्तरीय सुरक्षा घेरे में हुई प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस व भाजपा दोनों ही पार्टियों के नेता अपना जिला प्रमुख बनाने का दावा करते रहे. हालांकि फाइनल आंकड़ों में कांग्रेस भाजपा से आगे निकल गई.

अलवर पंचायत चुनाव परिणाम

किशनगढ़बास पंचायत समिति में 27 वार्ड के परिणाम घोषित हो चुके हैं, इनमें कांग्रेस 14, भाजपा 7, बसपा 1, निर्दलीय 5 जीते हैं. रामगढ़ पंचायत समिति में 31 वार्डों के परिणाम घोषित हो चुके हैं, इनमें भाजपा 7, कांग्रेस 18, निर्दलीय 6 जीते हैं. गोविंदगढ़ में 21 वार्डों में भाजपा 9, कांग्रेस 6, निर्दलीय 6 जीते हैं. थानागाजी के 19 वार्डों में भाजपा 7, कांग्रेस 10, निर्दलीय 2 उम्मीदवार जीते हैं. नीमराणा के 19 वार्डों में भाजपा 6, कांग्रेस 2, निर्दलीय 11 उम्मीदवार जीते हैं. लक्ष्मणगढ़ में कुल 21 वार्ड में भाजपा 3, कांग्रेस 8, निर्दलीय 10 उम्मीदवार जीते हैं.

यह भी पढ़ें -'महिला अपराधों का गढ़ बना राजस्थान...क्या इस पर भी प्रियंका गांधी का आकर्षित होगा ध्यान'

इसी तरह तिजारा में 21 वार्ड में भाजपा 9, कांग्रेस 4, अन्य 8 उम्मीदवार जीते हैं. राजगढ़ में कुल वार्ड 17 हैं जिनमें भाजपा 8, कांग्रेस 6, अन्य 3 उम्मीदवार जीते हैं. मालाखेड़ा में कुल वार्ड 25 हैं जिनमें बीजेपी 6, कांग्रेस 12, अन्य 7 उम्मीदवार जीते हैं. कोटकासिम कुल वार्ड 15 हैं जिनमें भाजपा 6, कांग्रेस 5, अन्य 4 उम्मीदवार जीते हैं. मुंडावर में कुल वार्ड 25 हैं जिनमें बीजेपी 14, कांग्रेस 8, अन्य 3 उम्मीदवार जीते हैं. बहरोड़ में कुल वार्ड 19 हैं जिनमें बीजेपी 9, कंग्रेस 2, अन्य 8 उम्मीदवार जीते हैं.

वहीं रैणी में कुल वार्ड 17 हैं जिनमें भाजपा 2, कांग्रेस 8, अन्य 7 उम्मीदवार जीते हैं. कठूमर में कुल 25 वार्ड हैं जिनमें भाजपा 10, कांग्रेस 9, अन्य 6 उम्मीदवार जीते हैं. बानसूर में कुल वार्ड 23 हैं जिनमें बीजेपी 10, कांग्रेस 6 , अन्य 7 उम्मीदवार जीते हैं. उमरैण में कुल वार्ड 27 हैं जिनमें बीजेपी 7, कांग्रेस 16, अन्य 3 उम्मीदवार जीते हैं.

इस तरह अलवर के कुल 352 वार्ड में से भाजपा को 120, कांग्रेस को 134 और अन्य को 97 वार्डों में जीत हासिल हुई है.

यह भी पढ़ें -बड़ा फेरबदल: गहलोत सरकार ने 35 आरएएस अफसरों के किए तबादले

BJP और कांग्रेस दोनों के प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी

बता दें कि दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों को बाड़ेबंदी में रखा है. भाजपा के प्रत्याशी हरियाणा के एक होटल में हैं, जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के एक होटल में रुके हुए हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी गुरुवार रात कांग्रेसी प्रत्याशियों से मिलने के लिए पहुंचे और जीत का भरोसा दिलाया.

Alwar news , राजस्थान पंचायत चुनाव
जीत के बाद कांग्रेस का जश्न

शनिवार को होगा जिला प्रमुख का चुनाव

जिला प्रमुख का चुनाव शनिवार को जिला परिषद सभागार में होगा. भाजपा कांग्रेस दोनों ही पार्टियां जिला प्रमुख चुनाव की जोड़-तोड़ में जुट गई हैं. प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने चुनाव परिणाम सामने आने के बाद भाजपा पर जमकर हमला बोला. कहा कि केंद्र सरकार की नीतियां गलत हैं, इसलिए जनता उनसे परेशान है. उन्होंने कहा कि पार्टी मिलकर जिला प्रमुख का उम्मीदवार मैदान में उतारेगी. बीते लंबे समय से जिला प्रमुख का पद कांग्रेस के पास रहा है. इससे पहले कांग्रेस का जिला प्रमुख था. उससे पहले भी कई बार लगातार कांग्रेस के जिला प्रमुख रहे हैं. मैं खुद जिला में प्रमुख रह चुका हूं. मंत्री ने भाजपा पर जमकर हमला बोला. कहा कि यह बाड़ेबंदी की प्रक्रिया भी भाजपा के कारण शुरू हुई है. भाजपा ने विधायकों के बल पर सरकार गिराने का काम किया है. हमेशा जोड़-तोड़ की गलत राजनीति करते हैं. इसलिए जीतने के बाद उम्मीदवारों की बाड़ेबंदी की जाती है.

जिला प्रमुख चुनाव की प्रक्रिया

जिला निर्वाचन अधिकारी नन्नूमल पहाडिय़ा ने बताया कि जिला प्रमुख का चुनाव 30 अक्टूबर को कराया जाएगा. जिला प्रमुख चुनाव के लिए बैठक सुबह 10 बजे जिला परिषद सभागार में शुरू होगी और सुबह 11 बजे तक प्रत्याशियों की ओर से नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे. नामांकन पत्रों की संवीक्षा सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर होगी. प्रत्याशी दोपहर 1 बजे तक नामांकन वापस ले सकेंगे. दोपहर एक बजे के तुरंत बाद प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित किए जाएंगे. उसके बाद मतदान दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक जिला परिषद सभागार में होगा. मतदान पूरा होने के बाद मतगणना कर परिणाम की घोषणा की जाएगी.

बहरोड में रोक के बावजूद निकाला जुलूस

बहरोड़ में पंचायत समिति व जिला पार्षद पद के परिणाम घोषित होने के बाद जीते हुए प्रत्याशियों ने विजय जुलूस पर रोक के बावजूद जुलूस निकाला. बहरोड़ के बर्डोद कस्बे में निर्दलीय प्रत्याशी सुनीता टिकानिया ने डीजे बजाकर जुलूस निकाला. ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंची बहरोड़ पुलिस ने विजय जुलूस को रोका और डीजे को जप्त कर लिया. साथ ही जीते हुए प्रत्याशी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा रही है. बता दें कि बहरोड़ पंचायत समिति में कुल 19 वार्ड हैं, जिसमें 9 प्रत्याशी बीजेपी दो कांग्रेस व 8 निर्दलीय जीतकर आये हैं.

अलवर. जिला परिषद के 49 वार्ड और 16 पंचायत समितियों के 352 वार्ड में कांग्रेस ने अपना दबदबा कायम किया है. भाजपा की तुलना में कांग्रेस आगे निकल गई है. जिला परिषद की बात करें तो 49 में से 25 वार्डों में कांग्रेस ने जीत हासिल की, वहीं 352 पंचायत समितियों में से 134 पर कांग्रेस काबिज हुई है. जिला प्रमुख के लिए अलवर में वोटिंग कल होगी.

कांग्रेस का जिला प्रमुख बनाने का दावा

अलवर जिला परिषद चुनाव के परिणाम आ चुके हैं. जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस को बढ़त मिली है. जिले की कुल 49 सीटों पर मतदान हुआ था. जिला पार्षद के वार्ड 20 से कांग्रेस के जगदीश जाटव निर्विरोध जीत चुके हैं. 48 सीटों के लिए मतदान प्रक्रिया हुई. अलवर के बाबू शोभाराम कला महाविद्यालय में मतगणना हुई. जिसमें कांग्रेस को बढ़त मिली. ऐसे में कांग्रेस अपना जिला प्रमुख बनाने का दावा कर रही है. 30 अक्टूबर को जिला परिषद में जिला प्रमुख के लिए वोटिंग होनी है.

श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने कार्यकर्ताओं को दी बधाई

अब निर्दलीयों से संपर्क

जिला परिषद के कुल 49 वार्डों में से 1 वार्ड में कांग्रेस का प्रत्याशी निर्विरोध चुना गया था. ऐसे में अब 25 वार्डों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, 20 वार्डों में भाजपा और 4 वार्डों में निर्दलीय जीते हैं. भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने निर्दलीय से संपर्क करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस को मिली बढ़त के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ता खासे खुश नजर आ रहे हैं. श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली समेत कई कांग्रेस व समर्थित निर्दलीय पंचायत समिति सदस्य चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को पंचायत समिति में स्पष्ट बहुमत या भाजपा पर बढ़त दिलाने में कामयाब रहे, लेकिन कुछ कांग्रेस व समर्थित निर्दलीय विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस की लाज बचा पाने में विफल रहे.

मालाखेड़ा-उमरैण में कांग्रेस प्रधान की संभावना

पंचायत समिति सदस्य चुनाव नतीजों में श्रम राज्य मंत्री जूली के निर्वाचन क्षेत्र की दोनों पंचायत समिति मालाखेड़ा व उमरैण में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा. उमरैण पंचायत समिति में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला, वहीं मालाखेड़ा में वह स्पष्ट बहुमत के करीब पहुंच गई. दोनों ही पंचायत समितियों में कांग्रेस के प्रधान बनने की पूरी संभावना है.

विधायकों का 'रिपोर्ट कार्ड'

इसी तरह से राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र से विधायक जौहरीलाल मीणा भी अपने निर्वाचन क्षेत्र की तीन पंचायत समितियों में दो पर कांग्रेस को भाजपा पर बढ़त दिलाने में कामयाब रहे. हालांकि राजगढ़ पंचायत समिति में यहां वे कांग्रेस की पिछड़ने से नहीं रोक पाए. रामगढ़ विधायक सफिया खान भी अपने निर्वाचन क्षेत्र की रामगढ़ पंचायत समिति में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाने में कामयाब रही, लेकिन गोविंदगढ़ में कांग्रेस भाजपा से पिछड़ गई.

इसी प्रकार किशनगढ़बास विधायक दीपचंद खैरिया ने किशनगढ़बास में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाकर दबदबा कायम रखा. हालांकि कोटकासिम पंचायत समिति में भाजपा कांग्रेस पर बढ़त बनाने में सफल रही. थानागाजी से निर्दलीय विधायक कांति मीणा ने भी थानागाजी में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाकर अपना दबदबा कायम किया. उधर, मुण्डावर से भाजपा विधायक मंजीत चौधरी ने मुण्डावर पंचायत समिति में भाजपा को पूर्ण बहुमत दिलाया. जबकि कुछ विधायक ऐसे भी हैं, जो कांग्रेस को जीत नहीं दिलवा पाए.

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16 पंचायत समितियों के 352 वार्डों का परिणाम

अलवर जिले की 16 पंचायत समितियों के 352 वार्ड में से कांग्रेस को 134, भाजपा को 120 और अन्य को 97 वार्डों में जीत हासिल हुई है. जिले में पंचायत चुनाव के लिए मतगणना अलवर के बाबू शोभाराम कला महाविद्यालय में हुई. तीन स्तरीय सुरक्षा घेरे में हुई प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस व भाजपा दोनों ही पार्टियों के नेता अपना जिला प्रमुख बनाने का दावा करते रहे. हालांकि फाइनल आंकड़ों में कांग्रेस भाजपा से आगे निकल गई.

अलवर पंचायत चुनाव परिणाम

किशनगढ़बास पंचायत समिति में 27 वार्ड के परिणाम घोषित हो चुके हैं, इनमें कांग्रेस 14, भाजपा 7, बसपा 1, निर्दलीय 5 जीते हैं. रामगढ़ पंचायत समिति में 31 वार्डों के परिणाम घोषित हो चुके हैं, इनमें भाजपा 7, कांग्रेस 18, निर्दलीय 6 जीते हैं. गोविंदगढ़ में 21 वार्डों में भाजपा 9, कांग्रेस 6, निर्दलीय 6 जीते हैं. थानागाजी के 19 वार्डों में भाजपा 7, कांग्रेस 10, निर्दलीय 2 उम्मीदवार जीते हैं. नीमराणा के 19 वार्डों में भाजपा 6, कांग्रेस 2, निर्दलीय 11 उम्मीदवार जीते हैं. लक्ष्मणगढ़ में कुल 21 वार्ड में भाजपा 3, कांग्रेस 8, निर्दलीय 10 उम्मीदवार जीते हैं.

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इसी तरह तिजारा में 21 वार्ड में भाजपा 9, कांग्रेस 4, अन्य 8 उम्मीदवार जीते हैं. राजगढ़ में कुल वार्ड 17 हैं जिनमें भाजपा 8, कांग्रेस 6, अन्य 3 उम्मीदवार जीते हैं. मालाखेड़ा में कुल वार्ड 25 हैं जिनमें बीजेपी 6, कांग्रेस 12, अन्य 7 उम्मीदवार जीते हैं. कोटकासिम कुल वार्ड 15 हैं जिनमें भाजपा 6, कांग्रेस 5, अन्य 4 उम्मीदवार जीते हैं. मुंडावर में कुल वार्ड 25 हैं जिनमें बीजेपी 14, कांग्रेस 8, अन्य 3 उम्मीदवार जीते हैं. बहरोड़ में कुल वार्ड 19 हैं जिनमें बीजेपी 9, कंग्रेस 2, अन्य 8 उम्मीदवार जीते हैं.

वहीं रैणी में कुल वार्ड 17 हैं जिनमें भाजपा 2, कांग्रेस 8, अन्य 7 उम्मीदवार जीते हैं. कठूमर में कुल 25 वार्ड हैं जिनमें भाजपा 10, कांग्रेस 9, अन्य 6 उम्मीदवार जीते हैं. बानसूर में कुल वार्ड 23 हैं जिनमें बीजेपी 10, कांग्रेस 6 , अन्य 7 उम्मीदवार जीते हैं. उमरैण में कुल वार्ड 27 हैं जिनमें बीजेपी 7, कांग्रेस 16, अन्य 3 उम्मीदवार जीते हैं.

इस तरह अलवर के कुल 352 वार्ड में से भाजपा को 120, कांग्रेस को 134 और अन्य को 97 वार्डों में जीत हासिल हुई है.

यह भी पढ़ें -बड़ा फेरबदल: गहलोत सरकार ने 35 आरएएस अफसरों के किए तबादले

BJP और कांग्रेस दोनों के प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी

बता दें कि दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों को बाड़ेबंदी में रखा है. भाजपा के प्रत्याशी हरियाणा के एक होटल में हैं, जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के एक होटल में रुके हुए हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी गुरुवार रात कांग्रेसी प्रत्याशियों से मिलने के लिए पहुंचे और जीत का भरोसा दिलाया.

Alwar news , राजस्थान पंचायत चुनाव
जीत के बाद कांग्रेस का जश्न

शनिवार को होगा जिला प्रमुख का चुनाव

जिला प्रमुख का चुनाव शनिवार को जिला परिषद सभागार में होगा. भाजपा कांग्रेस दोनों ही पार्टियां जिला प्रमुख चुनाव की जोड़-तोड़ में जुट गई हैं. प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने चुनाव परिणाम सामने आने के बाद भाजपा पर जमकर हमला बोला. कहा कि केंद्र सरकार की नीतियां गलत हैं, इसलिए जनता उनसे परेशान है. उन्होंने कहा कि पार्टी मिलकर जिला प्रमुख का उम्मीदवार मैदान में उतारेगी. बीते लंबे समय से जिला प्रमुख का पद कांग्रेस के पास रहा है. इससे पहले कांग्रेस का जिला प्रमुख था. उससे पहले भी कई बार लगातार कांग्रेस के जिला प्रमुख रहे हैं. मैं खुद जिला में प्रमुख रह चुका हूं. मंत्री ने भाजपा पर जमकर हमला बोला. कहा कि यह बाड़ेबंदी की प्रक्रिया भी भाजपा के कारण शुरू हुई है. भाजपा ने विधायकों के बल पर सरकार गिराने का काम किया है. हमेशा जोड़-तोड़ की गलत राजनीति करते हैं. इसलिए जीतने के बाद उम्मीदवारों की बाड़ेबंदी की जाती है.

जिला प्रमुख चुनाव की प्रक्रिया

जिला निर्वाचन अधिकारी नन्नूमल पहाडिय़ा ने बताया कि जिला प्रमुख का चुनाव 30 अक्टूबर को कराया जाएगा. जिला प्रमुख चुनाव के लिए बैठक सुबह 10 बजे जिला परिषद सभागार में शुरू होगी और सुबह 11 बजे तक प्रत्याशियों की ओर से नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे. नामांकन पत्रों की संवीक्षा सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर होगी. प्रत्याशी दोपहर 1 बजे तक नामांकन वापस ले सकेंगे. दोपहर एक बजे के तुरंत बाद प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित किए जाएंगे. उसके बाद मतदान दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक जिला परिषद सभागार में होगा. मतदान पूरा होने के बाद मतगणना कर परिणाम की घोषणा की जाएगी.

बहरोड में रोक के बावजूद निकाला जुलूस

बहरोड़ में पंचायत समिति व जिला पार्षद पद के परिणाम घोषित होने के बाद जीते हुए प्रत्याशियों ने विजय जुलूस पर रोक के बावजूद जुलूस निकाला. बहरोड़ के बर्डोद कस्बे में निर्दलीय प्रत्याशी सुनीता टिकानिया ने डीजे बजाकर जुलूस निकाला. ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंची बहरोड़ पुलिस ने विजय जुलूस को रोका और डीजे को जप्त कर लिया. साथ ही जीते हुए प्रत्याशी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा रही है. बता दें कि बहरोड़ पंचायत समिति में कुल 19 वार्ड हैं, जिसमें 9 प्रत्याशी बीजेपी दो कांग्रेस व 8 निर्दलीय जीतकर आये हैं.

Last Updated : Oct 29, 2021, 10:44 PM IST
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