अलवर. शहर के कांग्रेस पार्षद और बीजेपी पार्षदों ने नगर परिषद की साधारण सभा की बैठक करवाने की मांग को लेकर बुधवार दोपहर नगर परिषद आयुक्त सोहन सिंह नरूका और सभापति बीना गुप्ता को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने 7 दिन के अंदर बैठक बुलाने की मांग की.
कांग्रेस पार्षद नारायण साईंवाल ने बताया कि 1 साल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक साधारण सभा की बैठक नहीं बुलाई गई है. जबकि 60 दिवस की अवधि में 1 बार या 1 वर्ष में 6 बैठक होना अनिवार्य है. जबकि कोरोना काल में राज्य सभा विधान सभा की बैठक तक हो चुकी है, लेकिन नगर परिषद में 1 साल से बैठक नहीं हुई. जिससे शहर के विकास कार्य रुक चुके हैं और वार्ड की जनता त्रस्त है.
नगर परिषद वार्ड में रोड लाइट खराब पड़ी हुई है और वार्ड में अंधेरा पड़ा हुआ है. साफ सफाई का ठेका नहीं होने से वार्ड में साफ सफाई की व्यवस्था खराब पड़ी हुई है. सड़कों पर आवारा पशु घूम रहे हैं और इनको को पकड़ने के लिए नगर परिषद के पास संसाधन नहीं है. शहर में अतिक्रमण हो रहा है. इस और नगर परिषद का कोई ध्यान नहीं है. इसलिए अबकी बार सभी पार्षदों ने ठाना है कि नई साल में नगर परिषद के अंदर विकास कार्य को लेकर बैठक होनी चाहिए. जिससे शहर में रुके हुए विकास कार्य समय पर हो सके.
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इधर इस मामले को लेकर जब नगर परिषद आयुक्त सोहन सिंह नरूका से बात की तो उन्होंने बताया कि बीजेपी और कांग्रेस के करीब 51 पार्षदों ने मिलकर साधारण सभा की बैठक करवाने के लिए ज्ञापन सौंपा है. अभी तक नगर परिषद बोर्ड का गठन होने के बाद एक ही बैठक आयोजित हुई हैं. आयुक्त से जब बोर्ड की बैठक आयोजित नहीं होने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि इसका निर्णय नगर परिषद सभापति को लेना है और वह जैसे ही कहेंगे तो बोर्ड की बैठक आयोजित की जाएगी.