अलवर. शहर के जलदाय विभाग (water supply department) कार्यालय में ठेकेदारों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया. इस दौरान ठेकेदारों ने जलदाय विभाग के अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाएं. बाद में ठेकेदारों ने अपनी मांग का ज्ञापन जलदाय विभाग के अधिकारी को दिया. ठेकेदारों का आरोप है कि जलदाय विभाग में एक ही कंपनी को सभी काम के ठेके दिए जा रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत है. अधिकारी मिलीभगत करके ऐसा कर रहे हैं. अगर जल्द ही उस फर्म के सभी ठेके निरस्त नहीं किए गए, तो ठेकेदार धरने पर बैठेंगे और न्याय के लिए कोर्ट की शरण लेंगे.
विवादों में घिरा रहता है जलदाय विभाग
अलवर का जलदाय विभाग हमेशा विवादों में रहता है. जलदाय विभाग में कुछ समय पहले करीब ढाई सौ करोड़ रुपए के एनसीआर योजना के तहत नए कामों को लेकर विवाद का मामला सामने आया था. अकेले अलवर शहर में 147 करोड़ रुपए के काम होने थे, लेकिन अभी तक एक काम भी पूरा नहीं हुआ.
इसी तरह से भिवाड़ी, राजगढ़, थानागाजी सहित जिले के अन्य हिस्सों में एनसीआर योजना के तहत नई पाइपलाइन, नए ट्यूबवेल, पंप हाउस, पानी की टंकी सहित अन्य संसाधन जुटाने थे, लेकिन सभी जगह पर ठेकेदार और कर्मचारियों की लापरवाही के चलते काम अधूरे पड़े हुए हैं. कई बार जलदाय विभाग की तरफ से ठेकेदारों को नोटिस दिए गए, लेकिन अभी तक किसी भी ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
ठेकेदारों ने लगाएं आरोप
ठेकेदार कृष्ण कुमार ने बताया जलदाय विभाग के अधिकारी कुछ ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. हाल ही में 60 से अधिक कामों की एनआईटी लगी, इसमें सभी काम एक ही ठेकेदार को दिए गए, उसके आवेदनों में कई गलतियां होने के बाद भी अधिकारियों की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई.
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अलवर जिला पीएचईडी कॉन्टेस्ट यूनियन अध्य्क्ष नारायण यादव ने कहा कि अगर उस फर्म के ठेके निरस्त नहीं किए गए, तो आने वाले समय में ठेकेदार सोमवार से जलदाय विभाग के कार्यालय में धरना देंगे. साथ ही न्यायालय की शरण लेंगे, लेकिन अलवर की जनता का पैसा लूटने नहीं देंगे. उन्होंने कई अधिकारियों के नाम लेकर उन पर कई गंभीर आरोप है. ठेकेदारों का कहना है कि लगातार अधिकारी गड़बड़ी कर रहे हैं. कुछ फोरम को फायदा पहुंचाया जा रहा है, जबकि धरातल स्तर पर वो फर्म बेहतर काम नहीं कर रही है.