अलवर. वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल, महिला अस्पताल व गीतानंद शिशु चिकित्सालय में सोमवार को ठेका सफाई कर्मियों ने (गार्ड, सफाई कर्मी, वार्ड बॉय) बिना सूचना के काम बंद कर दिया. यहां कार्यरत सफाई कर्मियों ने कहा कि उनको 225 रुपया प्रतिदिन मिलता है. वे कोरोना वार्डों में पूरी सफाई करते हैं. अपनी जान जोखिम में डालकर यहां काम करते हैं. इसके बावजूद उल्टा सफाई कर्मियों को धमकाया जाता है.
सफाई कर्मी व गार्डों ने कहा कि हमारा वेतन बढ़ाया जाए या एनआरएचएम के जरिए सफाई कर्मियों को लगाया जाए, ताकि उनका वेतन बढ़ सके. उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में करीब 200 से ज्यादा सफाई कर्मी, वार्ड बॉय व गार्ड कार्य कर रहे हैं. वहीं सारा कार्य करते हैं, जबकि सरकारी अस्पताल में परमानेंट कर्मचारी किसी भी तरह का कोई कार्य नहीं करता और अस्पताल प्रशासन द्वारा उनसे कुछ भी नहीं कहा जाता. जबकि उनकी हम से 10 गुना ज्यादा सैलरी है और हमें नाम मात्र का पैसा दिया जाता है. इसके अलावा कोरोना काल में 100 रुपए प्रतिदिन बढ़ाया गया था. चिकित्सा प्रशासन ने हमें आज तक नहीं दिया. वहीं कर्मचारियों की हड़ताल के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और सफाई कर्मी बढ़ाने की प्रक्रिया तेज कर दी.
इधर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी से जब इस मामले को लेकर बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि सफाई कर्मियों ने कुछ देर के लिए अस्पताल का काम रुका था. नए सफाई कर्मी भी लगा रहे हैं. ताकि अस्पतालों में सफाई का कार्य प्रभावित नहीं हो. कुछ सफाई कर्मी काम पर लौट आए हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में करीब 170 कोरोना मरीज भर्ती है. जिसमें से अधिकतर ऑक्सीजन बेड पर है. कुछ आईसीयू में भी मरीज भर्ती है. यहां प्रतिदिन मरीजों के आने से कामकाज बढ़ गया है.