ETV Bharat / city

जेएलएन मेडिकल कॉलेज के अधीन 10 संविदा नर्सिंग कर्मियों की सेवा समाप्ति के आदेश से नर्सेज कर्मियों में रोष , आदेश निरस्त नहीं होने पर कार्य बहिष्कार की दी चेतावनी

जेएलएन मेडिकल कॉलेज अजमेर के अधीन कार्य कर रहे 10 संविदा नर्सेज के सेवा समाप्ति को लेकर चिकित्सालय प्रशासन ने एक आदेश जारी किया था. जिसको लेकर नर्सिंग कर्मियों में रोष व्याप्त है. वहीं एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ नर्सिंग कर्मियों ने सहायक प्राचार्य को सेवा समाप्ति के आदेश निरस्त करने की मांग की है. साथ ही आदेश निरस्त नहीं करने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है.

राजस्थान की ताजा हिंदी खबरें, JLN Medical College Ajmer
10 संविदा नर्सिंग कर्मियों की सेवा समाप्ति के आदेश निरस्त करने की मांग
author img

By

Published : Jan 5, 2021, 7:47 PM IST

अजमेर. जेएलएन मेडिकल कॉलेज अजमेर के अधीन कार्यरत 10 संविदा नर्सेज के सेवा समाप्ति के आदेश से नर्सिंग कर्मियों में रोष व्याप्त है. नर्सिंग कर्मियों ने आदेश निरस्त करने की मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से मांग की है. राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन ने संविदा नर्सेज के सेवा समाप्ति के आदेश निरस्त नहीं करने पर बुधवार से 2 घंटे कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि कार्य आदेश निरस्त नहीं किया गया तो समस्त नर्सेज कार्य बहिष्कार कर अनिश्चितकालीन धरना देंगे.

10 संविदा नर्सिंग कर्मियों की सेवा समाप्ति के आदेश निरस्त करने की मांग

राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के बैनर तले जेएलएन के नर्सिंग कर्मी 10 संविदाकर्मियों (यूटीबी) के सेवा समाप्ति के आदेश के बाद आपातकालीन वार्ड के बाहर लामबंद हो गए. एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ नर्सिंग कर्मियों ने सहायक प्राचार्य को सेवा समाप्ति के आदेश निरस्त करने की मांग की.

राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष गंगा शरण जाटव ने बताया कि हटाए गए संविदा कर्मी सालों से चिकित्सालय में अपनी सेवाएं गंभीर और संक्रमित बीमारियों से ग्रसित मरीजों के उपचार में दे रहे थे. अचानक पद रिक्त होने के बावजूद भी उनकी सेवा समाप्त करना ये दुखद विषय है.

जाटव ने कहा कि संविदा कर्मी नौकरी पर आश्रित अपने परिवार का लालन पालन कर रहे थे. उन्होंने बताया कि राजस्थान के समस्त नर्सेज एसोसिएशन और कार्यकारिणी सदस्यों ने ये निर्णय लिया है कि जारी किए गए आदेश निरस्त नहीं किए गए तो बुधवार 6 जनवरी को सुबह 9 बजे से 11 बजे तक प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज कार्यालय के बाहर 2 घंटे की गेट मीटिंग कर विरोध दर्ज करवाया जाएगा और कार्य मुक्ति के आदेश निरस्त नहीं होने तक अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करने के लिए समस्त नर्सिंग कर्मचारियों को मजबूर होना पड़ेगा.

पढ़ें- अजमेर: 4 किलो गांजे के साथ 2 तस्करों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

इस दौरान मरीजों की सेवा में किस प्रकार का व्यवधान उत्पन्न होता है इसकी समस्त जिम्मेदारी चिकित्सालय प्रशासन की होगी. जेएलएन अस्पताल के बाहर लामबंद हुए नर्सिंग कर्मियों ने प्राचार्य के खिलाफ प्रदर्शन भी किया.

अजमेर. जेएलएन मेडिकल कॉलेज अजमेर के अधीन कार्यरत 10 संविदा नर्सेज के सेवा समाप्ति के आदेश से नर्सिंग कर्मियों में रोष व्याप्त है. नर्सिंग कर्मियों ने आदेश निरस्त करने की मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से मांग की है. राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन ने संविदा नर्सेज के सेवा समाप्ति के आदेश निरस्त नहीं करने पर बुधवार से 2 घंटे कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि कार्य आदेश निरस्त नहीं किया गया तो समस्त नर्सेज कार्य बहिष्कार कर अनिश्चितकालीन धरना देंगे.

10 संविदा नर्सिंग कर्मियों की सेवा समाप्ति के आदेश निरस्त करने की मांग

राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के बैनर तले जेएलएन के नर्सिंग कर्मी 10 संविदाकर्मियों (यूटीबी) के सेवा समाप्ति के आदेश के बाद आपातकालीन वार्ड के बाहर लामबंद हो गए. एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ नर्सिंग कर्मियों ने सहायक प्राचार्य को सेवा समाप्ति के आदेश निरस्त करने की मांग की.

राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष गंगा शरण जाटव ने बताया कि हटाए गए संविदा कर्मी सालों से चिकित्सालय में अपनी सेवाएं गंभीर और संक्रमित बीमारियों से ग्रसित मरीजों के उपचार में दे रहे थे. अचानक पद रिक्त होने के बावजूद भी उनकी सेवा समाप्त करना ये दुखद विषय है.

जाटव ने कहा कि संविदा कर्मी नौकरी पर आश्रित अपने परिवार का लालन पालन कर रहे थे. उन्होंने बताया कि राजस्थान के समस्त नर्सेज एसोसिएशन और कार्यकारिणी सदस्यों ने ये निर्णय लिया है कि जारी किए गए आदेश निरस्त नहीं किए गए तो बुधवार 6 जनवरी को सुबह 9 बजे से 11 बजे तक प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज कार्यालय के बाहर 2 घंटे की गेट मीटिंग कर विरोध दर्ज करवाया जाएगा और कार्य मुक्ति के आदेश निरस्त नहीं होने तक अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करने के लिए समस्त नर्सिंग कर्मचारियों को मजबूर होना पड़ेगा.

पढ़ें- अजमेर: 4 किलो गांजे के साथ 2 तस्करों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

इस दौरान मरीजों की सेवा में किस प्रकार का व्यवधान उत्पन्न होता है इसकी समस्त जिम्मेदारी चिकित्सालय प्रशासन की होगी. जेएलएन अस्पताल के बाहर लामबंद हुए नर्सिंग कर्मियों ने प्राचार्य के खिलाफ प्रदर्शन भी किया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.