अलवर. पुलिस, शिक्षा, रसद एवं अन्य विभागों की समस्याओं को हाथों-हाथ अधिकारियों को बुलाकर कार्रवाई के सौंपा और उनकी समस्या सुनने के निर्देश दिए. जनसुनवाई के दौरान जिला कलक्टर नन्नूमल पहाड़िया भी उनके साथ रहे और समस्याओं के निराकरण के लिए उनके कार्यालय में आने की बात कहते रहे.
करीब एक घंटे तक संभागीय आयुक्त लोगों की शिकायतें सुनकर लिखित आवेदन भी लिया. उसके बाद में सभी प्रकरणों को वे अपने साथ ले गए. जनसुनवाई के दौरान ज्यादातर समस्याएं अतिक्रमण, रास्ते के विवाद, अनियमितता पर स्कूल प्रिसिंपल का स्थानांतरण कराने, पेयजल समस्या, गंदे पानी की सप्लाई, राशन वितरण में अनियमितता, पेड़ काटने, यूआइटी से आवंटन के बाद भी रजिस्टी नहीं होने आदि की प्राप्त हुई. जनसुनवाई के दौरान इंदिरा गांधी स्टेडियम खोलने, गंभीर रोगों के इलाज के लिए निशुल्क दवा दिलवाने सहित अन्य समस्या लेकर फरियादी पहुंचे.
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संभागीय आयुक्त ने कहा कि वादी भी लोगों की समस्या सुनते रहेंगे. अलवर के लोग उनको किसी भी तरह से अपनी समस्या पहुंचा सकते हैं. उन्होंने कहा कि संभागीय आयुक्त के साथ अलवर के प्रभारी सचिव भी हैं. जयपुर संभाग प्रदेश में सबसे बड़ा है. जयपुर संभाग में जयपुर के बाद अलवर दूसरा बड़ा जिला है. हजारों की संख्या में कर्मचारी हैं तो लाखों लोगों की सरकारी विभाग से जुड़ी हुई समस्याएं हैं. सरकार लोगों के हित में काम कर रही है. ऐसे में अगर कर्मचारी या अधिकारी लोगों की समस्या नहीं सुनेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे. इसके लिए सभी अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया गया है.
लोगों ने रखी अपनी समस्या
जनसुनवाई के दौरान ज्यादातर लोग संभागीय आयुक्त के समक्ष हाथ जोड़ समस्याओं के निराकरण की गुहार करते दिखाई दिए. बैठक में देरी के बाद भी लोग अपनी समस्या एक बार संभागीय आयुक्त के समक्ष रखने के लिए कतार में खड़े रहे. संभागीय आयुक्त ने वहां मौजूद सभी लोगों की समस्या सुन निराकरण का आश्वासन दिया. संभागीय आयुक्त ने कहा कि आम लोगों द्वारा दी गई शिकायतों की मॉनिटरिंग की जाएगी. इसके लिए कर्मचारी और अधिकारियों को नियुक्त किया गया है. इन शिकायतों को फॉलोअप करने सहित अन्य काम भी एक व्यवस्थित तरह से किए जाएंगे, जिससे लोगों की समस्याओं का समाधान हो सके.