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अलवरः फल-सब्जी मंडी व्यापार समिति का सराहनीय कदम, राहत कोष में दिए 4 लाख 42 हजार रुपये

अलवर में कोरोना से बजाव के लिए सब्जी मंडी व्यापार समिति की ओर से राहत कोष में 4 लाख 42 हजार रुपए दिए गए. इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि आगे बी जितना होगा उतना सहयाग किया जाएगा.

Commendable step fruit-vegetable market  फल-सब्जी मंडी व्यापार समिति
फल-सब्जी मंडी व्यापार समिति की सराहनीय कदम
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Published : Apr 20, 2020, 7:36 PM IST

अलवर. जिले में भामाशाह द्वारा जिला स्तर पर और राज्य स्तर पर सरकार को पूरा सहयोग किया जा रहा है. अलवर फल सब्जी मंडी व्यापार समिति की ओर से सोमवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के लिए बने राहत कोष में 4 लाख 42 हजार रुपए दिए गए. जो फल सब्जी मंडी समिति की ओर से एक सराहनीय कदम है.

फल-सब्जी मंडी व्यापार समिति की सराहनीय कदम

समिति के प्रधान पप्पू भाई ने बताया कि फल-सब्जी मंडी द्वारा कोरोना वायरस के दौरान फंसे लॉकडाउन में गरीब और अशहाय को राहत सामग्री प्रदान की जा रही है. उन्होंने बताया कि समिति की ओर से रोज 125 किट गरीब लोगों को प्रशासन द्वारा बांटी जा रही है और 500 भोजन के पैकेट प्रतिदिन सुबह शाम बांटे जा रहे हैं.

पढ़ेंः मजबूरी इसी का नाम है...खेत में बिखरे दानों को चुनकर बुझा रहे पेट की आग

इसके अलावा समिति की ओर से 2 लाख 21 हजार जिला कलेक्टर को जिला राहत कोष में दिए गए हैं और इसके अलावा 2 लाख 21 हजार मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि हो सकेगा तो और भी सहयोग किया जाएगा.

पढ़ेंः COVID-19 विशेषः कोरोना के जद में कैसे फंसता गया राजस्थान...देश में बन गया चौथा संक्रमित राज्य

इधर अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामचरण शर्मा ने बताया कि पूरे अलवर जिले में भामाशाह द्वारा पूरा सहयोग दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री की मंशा है कि लॉकडाउन के दौरान कोई भी गरीब भूखा ना सोए. इसलिए जिला प्रशासन और राज्य सरकार की कोशिश है कि गरीब तक राशन पहुंचाने और खाने के पैकेट पहुंचे. इसलिए अलवर शहर के सभी भामाशाह पूरा सहयोग कर रहे हैं और सोमवार को मंडी प्रशासन द्वारा 2 लाख 21 हजार मुख्यमंत्री राहत कोष में दो लाख 21 हजार जिला राहत कोष में दिया गया है. जोकि फल-सब्जी मंडी प्रशासन का एक सराहनीय कदम है.

अलवर. जिले में भामाशाह द्वारा जिला स्तर पर और राज्य स्तर पर सरकार को पूरा सहयोग किया जा रहा है. अलवर फल सब्जी मंडी व्यापार समिति की ओर से सोमवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के लिए बने राहत कोष में 4 लाख 42 हजार रुपए दिए गए. जो फल सब्जी मंडी समिति की ओर से एक सराहनीय कदम है.

फल-सब्जी मंडी व्यापार समिति की सराहनीय कदम

समिति के प्रधान पप्पू भाई ने बताया कि फल-सब्जी मंडी द्वारा कोरोना वायरस के दौरान फंसे लॉकडाउन में गरीब और अशहाय को राहत सामग्री प्रदान की जा रही है. उन्होंने बताया कि समिति की ओर से रोज 125 किट गरीब लोगों को प्रशासन द्वारा बांटी जा रही है और 500 भोजन के पैकेट प्रतिदिन सुबह शाम बांटे जा रहे हैं.

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इसके अलावा समिति की ओर से 2 लाख 21 हजार जिला कलेक्टर को जिला राहत कोष में दिए गए हैं और इसके अलावा 2 लाख 21 हजार मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि हो सकेगा तो और भी सहयोग किया जाएगा.

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इधर अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामचरण शर्मा ने बताया कि पूरे अलवर जिले में भामाशाह द्वारा पूरा सहयोग दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री की मंशा है कि लॉकडाउन के दौरान कोई भी गरीब भूखा ना सोए. इसलिए जिला प्रशासन और राज्य सरकार की कोशिश है कि गरीब तक राशन पहुंचाने और खाने के पैकेट पहुंचे. इसलिए अलवर शहर के सभी भामाशाह पूरा सहयोग कर रहे हैं और सोमवार को मंडी प्रशासन द्वारा 2 लाख 21 हजार मुख्यमंत्री राहत कोष में दो लाख 21 हजार जिला राहत कोष में दिया गया है. जोकि फल-सब्जी मंडी प्रशासन का एक सराहनीय कदम है.

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