अलवर. कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार की तरफ से लॉकडाउन लगाया गया है. ऐसे में डॉक्टर, पुलिसकर्मी, प्रशासन और मीडिया कर्मी लगातार फ्रंटलाइन वर्कर की तरह काम कर रहे हैं. अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की सुरक्षा कर रहे हैं. ऐसे में चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए मदद की हाथ बढ़ने लगे हैं. बाल आयोग की सदस्य वंदना व्यास ने अलवर में विभिन्न चौराहों पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को खाने के पैकेट दिए हैं. साथ ही आम लोगों को भी एक दूसरे की मदद करने के लिए कहा है.
कोरोना के चलते लोगों ने एक दूसरे से दूरियां बना ली हैं. ऐसे में जरूरतमंद लोगों को दो वक्त की रोटी नहीं मिल रही. भोजन के लिए लोग परेशान हो रहे हैं. इस बार प्रशासन और एनजीओ की तरफ से भी मदद की व्यवस्था नहीं की गई है. बिगड़ते हालात को देखते हुए सरकार की तरफ से जरूरतमंद लोगों की मदद करने कि लोगों से अपील की है. बाल आयोग की सदस्य वंदना व्यास ने शनिवार को अलवर शहर में विभिन्न चौराहों और सड़क मार्गों पर ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों को खाने के पैकेट दिए. उन्होंने हॉस्पिटल में स्वास्थ्य कर्मियों को पैकेट दिए. संक्रमित मरीज के परिजनों को मदद उपलब्ध कराई. क्योंकि सरकारी अस्पताल में मरीज के परिजन रात दिन परेशान होते हैं. बाजार में दुकानें बंद हैं. लोगों को खाने के लिए भोजन नहीं मिलता और बैठने की व्यवस्था नहीं है. इस दौरान उन्होंने आम लोगों को जरूरतमंद लोगों की मदद करने का संदेश दिया है.
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वंदना व्यास ने कहा कि हालात खराब है. हमें सरकार की गाइडलाइन का पालन करना है, लेकिन इस दौरान मेहनत मजदूरी करके पेट भरने वाले लोगों को भोजन की व्यवस्था करने में खासी दिक्कत हो रही है. अपने घर के आस-पास ऐसी जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए. साथ ही लोगों का आ गया है. वैक्सीन भी लगवानी चाहिए. इसके अलावा प्रदेश सरकार की तरफ से लोगों को पूरे प्रदेश से निशुल्क वैक्सीन लगाई जा रही है. ऐसे में सरकार की भी मदद करने की जरूरत है, क्योंकि लगातार सरकार पर भार पड़ रहा है. भामाशाह और लोग आगे आए सरकार की मदद करें.