अलवर. भाजपा नेता आहूजा ने सीएम गहलोत पर तीखा हमला किया है. अलवर में गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत बड़ा 'पाप' करने जा रहे थे, लेकिन न्यायालय ने उनको रोक दिया है. अगर गहलोत अधिग्रहण करना चाहते हैं तो देश की सबसे ज्यादा आय वाली अजमेर शरीफ दरगाह का अधिग्रहण करें. पूरे देश की जनता खुशी मनाएगी.
रामगढ़ के पूर्व विधायक व भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा हमेशा अपने बयानों के चलते विवादों में रहते हैं. हिंदूवादी व गोरक्षा के मुद्दों पर हमेशा मुखर रहने वाले ज्ञानदेव आहूजा पर कई तरह के आरोप लग चुके हैं. बीते दिनों एक कार्यक्रम के दौरान ज्ञानदेव आहूजा ने अपनी ही पार्टी की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को केंद्र की राजनीति में अपनी इच्छा से जाने की सलाह दी थी. अब उन्होंने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री पर हमला बोला है.
दरसअल, देश के बड़े मंदिरों में से एक मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के महंत का निधन होने के बाद देवस्थान विभाग मंदिर का अधिग्रहण करने की तैयारी कर रहा था, लेकिन राजस्थान उच्च न्यायालय ने स्टे लगाते हुए अधिग्रहण प्रक्रिया पर रोक लगा दी. इस पर ज्ञानदेव आहूजा ने गहलोत सरकार को घेरा है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तुष्टीकरण व भेदभाव पूर्ण राजनीति करते हैं. वो लाखों जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. उनको मंदिर की आय की इतनी ही फिक्र है तो देश के सबसे ज्यादा आय वाली अजमेर शरीफ दरगाह का अधिग्रहण मुख्यमंत्री क्यों नहीं करते हैं. दरगाह का अधिग्रहण करें, पूरे देश और प्रदेश की जनता खुशी मनाएगी.
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार बड़ा पाप करने जा रही थी, लेकिन राजस्थान उच्च न्यायालय ने उनको रोक दिया. इस मामले की सुनवाई के बाद जो भी फैसला आएगा, उसका स्वागत किया जाएगा. आहूजा ने कहा कि देवस्थान विभाग के पास कितने मंदिर हैं. सरकार में देवस्थान विभाग को उन मंदिरों को भी छूट देनी चाहिए. सभी मंदिरों को स्वतंत्र छोड़ते हुए मंजिलों में सुविधाएं बढ़ानी चाहिए, क्योंकि ज्यादातर देवस्थान विभाग के मंदिरों में पुजारियों को पैसे नहीं मिलते हैं. हालात खराब हैं. सभी मंदिरों में गंदगी व अव्यवस्था के चलते वहां आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी परेशानी होती है.