बानसूर (अलवर). अग्निपथ भर्ती योजना के एलान के साथ ही कई सवाल पूछे जाने लगे हैं. प्रतिक्रियाएं मिक्स्ड (Bansur Speaks On Agneepath) हैं. बानसूर के युवाओं को सबसे ज्यादा एतराज टेन्योर को लेकर (Bansur Youngsters On Agneepath Scheme) है. 4 साल की कैपिंग रास नहीं आ रही है. पूछते हैं कि 4 साल बाद होगा तो होगा क्या? सवाल भविष्य को लेकर है. सेना में शामिल हो देश की सेवा को तत्पर रहने की इच्छा से विभिन्न कोचिंग संस्थाओं में पसीना बहा रहे युवा इस योजना को अतार्किक बता रहे हैं.
यहीं के पूर्व सैनिक रामगोपाल यादव भी इसे सही फैसला नहीं मानते हैं. कहते हैं ये तो खिलवाड़ है. सेना को और युवाओं को भी नियमित सेवा की जरूरत है. जब 4 साल बाद इन्हें बिदा कर दिया जाएगा तो बाद में ये क्या कर पाएंगे. बाद का जीवन कैसे जी पाएंगे. इसे लेकर सबमें रोष है और इस घोषणा का सब मुखर विरोध कर रहे हैं. वहीं युवा हताश और निराश हैं (Youngsters questions Agneepath Scheme). कहते हैं हमारा भविष्य तो अंधेरे में डूब जाएगा. निकाले जाने के बाद पेंशन की व्यवस्था भी नहीं होगी. इतना ही नहीं स्पेशल कोटे की व्यवस्था का लाभ भी नहीं उठा पाएंगे. इतनी ही नहीं उम्र को लेकर जो क्राइटिरिया तय किया गया है उससे भी युवा खफा हैं. यही वजह है कि नाराज अभ्यर्थियों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है.
पढ़ें- 'अग्निपथ योजना' पर बेनीवाल और भाजपा आमने-सामने, संविदा पर सेना भर्ती के खिलाफ आरएलपी
ये भी पढ़ें- 4 साल के लिए सेना में होगी भर्ती, 'अग्निपथ स्कीम' का राजनाथ सिंह ने किया एलान
पढ़ें- सेना भर्ती रैली की मांग को लेकर 'दिल्ली दौड़'...युवक ने तय किया 50 घंटे में 300 KM का सफर
राजस्थान में सेना भर्ती को लेकर युवाओं में हमेशा से ही क्रेज रहा है. मरुभूमि के कई सपूत देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देते रहे हैं. यहां कई संस्थान हैं जो युवाओं को सेना भर्ती के लिए ट्रेनिंग (Agneepath Sena Bharti Yojana) भी देते हैं. इस स्कीम के बाद सबसे ज्यादा संशकित ये छात्र ही हैं जो बरसों बरस से डिफेंस की नौकरी की चाह पाले बैठे हैं. सेना भर्ती के लिए युवा कई दिनों से केंद्र सरकार से मांग कर रहे थे जिसको लेकर तहसील स्तरों पर रैली निकालकर विरोध भी कर चुके हैं.
नागौर में भी युवाओं ने जताया विरोधः केंद्र सरकार की ओर से सेना भर्ती में अग्निवीर योजना लागू की गई है. इसे लेकर नागौर व डीडवाना में सेना भर्ती में जुटे युवाओं में विरोध शुरू हो गया है. सेना भर्ती की तैयारी में लगे युवाओं ने सरकार के इस फैसले का विरोध जताया है. युवाओं ने कहा कि सरकार के इस फैसले से उनकी उम्मीदें धराशायी हो गई हैं. क्योंकि युवा उत्साह के साथ सेना भर्ती की तैयारी में जुटे थे, ताकि सेना में भर्ती होकर वे लोग देश सेवा कर सकें. उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से युवाओं को भारी निराशा हुई है. उन्होंने कहा कि मात्र 4 साल के लिए कोई भी युवा सेना में शामिल नहीं होगा, क्योंकि 4 साल बाद युवाओं को नोकरी से निकाल दिया जाएगा, जिससे युवा फिर से बेरोजगार हो जाएंगे.