बानसूर (अलवर). जिले के न्यायालय परिसर में अभिभाषक संघ की बैठक आयोजित हुई, जिसमें छह सूत्रीय मांगों को लेकर दिए जा रहे धरना प्रदर्शन में मंगलवार को बानसूर बंद का आह्वान किया गया. जिसमें सभी समाजों के साथ निजी शिक्षा समिति ने अपना समर्थन दिया है.
अभिभाषक संघ के सदस्यों ने बताया कि अलवर जिले को पुलिस की दृष्टि से 2 जिलों में विभाजित किया है. जिससे बानसूर को भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक के अधीन में जोड़ दिया गया, जबकि भिवाड़ी की दूरी बानसूर से लगभग 120 किलोमीटर है. जिससे फरियादियों और वकीलों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं बानसूर की कुछ पंचायतों को भी नारायणपुर तहसील में जोड़ दिया गया है, जिससे ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.
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बता दें कि इससे पहले जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को भी ज्ञापन देकर इस मामले में अवगत किया जा चुका है लेकिन, समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. अभिभाषक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि सरकार का प्रतिनिधित्व कर रही बानसूर विधायक शकुंतला रावत ने भी धरना-प्रदर्शन में शामिल होने का आश्वासन दिया था लेकिन, विधायक से फिर से संपर्क किया गया तो उन्होंने समर्थन से मना कर दिया.