अलवर. क्राइम के लिए पूरे प्रदेश में अलवर बदनाम है. प्रदेश में सबसे ज्यादा मामले अलवर जिले में दर्ज होते हैं. वहीं आए दिन होने वाली घटनाओं के कारण अलवर देश-विदेश में बदनाम होता है. हालात खराब देखते हुए प्रदेश सरकार ने अलवर में 2 एसपी तैनात किए और जिले को पुलिस कार्यप्रणाली के अनुसार दो हिस्सों में बांटा गया.
इन सबके बावजूद भी ताबड़तोड़ घटनाओं का सिलसिला जारी है. जिले के खराब होते हालातों को देखते हुए पुलिस ने योजनाबद्ध तरह से अपराधियों के ऊपर शिकंजा कसने का काम शुरू किया है. हाल ही में पुलिस के आला अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस की तरफ से एक अभियान शुरू किया गया है. इसमें आर्म्स एक्ट, 110 सीआरपीसी और 122 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई की जा रही है.
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अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया बीते 14 दिनों में अलवर में आर्म्स एक्ट के तहत 44 कार्रवाई की गई. 1009 इस्तगासा और 110 सीआरपीसी में की गई है. इसके अलावा 122 सीआरपीसी के तहत 40 इस्तगासा पेश किए गए हैं. उन्होंने कहा कि अलवर पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों के चलते अलवर रेंज में पहले स्थान पर है. आगामी समय में भी पुलिस की तरफ से योजना बस तरह से कार्य करते हुए अपराधियों पर शिकंजा कसा जाएगा. जो लोग लगातार घटनाएं कर रहे हैं वो पुलिस से ज्यादा दिनों तक भाग नहीं सकेंगे. इसके अलावा जिले के हालात सुधारने के लिए कई अन्य प्रयास भी किए जा रहे हैं.