अलवर. जिले में 4 चरणों में 8 पंचायत समिति क्षेत्रों में चुनाव होने हैं. इसके लिए प्रशासन के साथ ही पुलिस ने भी तैयारी शुरू कर दी है. एसडी और डिप्टी एसपी के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई है. जो सभी पंचायत क्षेत्रों का दौरा करेंगी और हालात का जायजा लेगी. प्रशासन की तरफ से संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथ का चयन होने के बाद इन बूथों पर सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे.
इसके अलावा जल्द ही पुलिस की तरफ से फ्लैग मार्च प्रक्रिया भी सभी पंचायत समिति क्षेत्रों में शुरू होगी. हालांकि जुलाई माह से लगातार पुलिस की तरफ से फ्लैग मार्च किया जा रहा है. दूसरी तरफ लाइसेंस हथियार को जमा करने और चुनाव में गड़बड़ी फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की प्रक्रिया भी विभाग की तरफ से शुरू की जाएगी. पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि पंचायत चुनाव सबसे निचला और संवेदनशील चुनाव होता है. इन चुनावों में एक वोट खासा महत्व रखता है. वहीं उस वोट को लुभाने के लिए प्रत्याशी हर संभव प्रयास करते हैं. इसलिए पुलिस की तरफ से इन चुनावों में खास नजर रखी जाएगी.
प्रथम चरण में 28 सितंबर को लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति की 22 ग्राम पंचायतों में चुनाव होंगे. इसमें 78 हजार 517 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इसी तरह से दूसरे चरण में 3 अक्टूबर को बानसूर पंचायत समिति की 29 ग्राम पंचायतों में सरपंच और उपसरपंच साथ ही 307 वार्ड पंच का चुनाव 135 मतदान केंद्रों पर होगा. जिसमें 1 लाख 1968 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. तीसरे चरण में 6 अक्टूबर को मुंडावर पंचायत समिति की 48 ग्राम पंचायतों में सरपंच उपसरपंच और 498 वार्ड पंच चुनाव 241 मतदान केंद्रों पर होगा. इसमें 1 लाख 59 हजार 802 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
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चौथे चरण में 10 अक्टूबर को राजगढ़ पंचायत समिति की 34 ग्राम पंचायतों में सरपंच उप सरपंच और 356 वार्ड पंच का चुनाव 168 मतदान केंद्रों पर होगा. इसमें 1 लाख 20 हजार 475 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे. चुनाव कार्यक्रम के अनुसार 16 सितंबर बुधवार को लोक सूचना प्रथम चरण के चुनाव के लिए 29 सितंबर शनिवार 10 बजे से शाम 5 बजे तक नाम निर्देशन प्रस्तुत किए जाएंगे. इसी तरह से आगे की चुनाव प्रक्रिया होगी. द्वितीय चरण के चुनाव के लिए 23 सितंबर, तृतीय चरण के लिए 26 सितंबर और चतुर्थ चरण के लिए 30 सितंबर को प्रक्रिया शुरू होगी.
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पंचायत चुनाव में पुलिस की अहम भूमिका रहती है. इसलिए पुलिस की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रशासन द्वारा संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथ की सूची मिलने के बाद सुरक्षा इंतजाम भी शुरू कर दी जाएगी. जिले को अभी कितनी फोर्स मिलती है. यह भी निर्धारित नहीं हुआ है. इसके अलावा जिले में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए आपराधिक किस्म के लोगों को पाबंद करना और उनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.