अलवर. भूतल परिवहन मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 148-B को विस्तार देते हुए पनियाला मोड़ से अलवर के बड़ौदा मेव एक नया हाईवे बनाने का फैसला लिया है. प्रशासनिक तौर पर इसका काम भी शुरू हो चुका है. राजस्थान सरकार को इसकी सूचना दी गई है.
नया हाईवे जयपुर-दिल्ली हाईवे पर पनियाला मोड़ से शुरू होकर कोटपूतली के रास्ते बानसूर, मुंडावर, किशनगढ़ बास होते हुए अलवर पहुंचेगा. अलवर से आगे रामगढ़ लक्ष्मणगढ़ से होता हुआ यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे में जुड़ेगा. कुल मिलाकर यह हाईवे जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे और दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे को आपस में जोड़ेगा. इसका रूट निर्धारित हो चुका है. कोटपूतली क्षेत्र में इसकी लंबाई 0.305 किलोमीटर रहेगी. जबकि अलवर में यह करीब 86 किलोमीटर होगा.
राज्य सरकार के आदेश पर अलवर जिला प्रशासन ने हाईवे के लिए जमीन अधिग्रहण संबंधित प्रक्रिया भी शुरू की है. हाईवे के लिए 100 मीटर चौड़ी पट्टी का अधिग्रहण किया जा रहा है. हाईवे का निर्माण 60 मीटर चौड़ाई में होगा. बाकी बचे हुए एरिया में पेड़-पौधे लगाए जाएंगे व सर्विस लेन बनेगी.
56 गांव की जमीन का होगा अधिग्रहण
हाईवे के लिए कुल 56 गांव की जमीन का अधिग्रहण होगा. कोटपुतली में 74.76 हेक्टेयर और अलवर जिले में 1748 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होगा. इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस हाइवे में कोटपूतली के 2, बानसूर के 14, मुंडावर के 9, अलवर के 18, किशनगढ़बास के 2, रामगढ़ के 9 व लक्ष्मणगढ़ के 2 गांव की जमीन शामिल होगी. इन गांवों के बीच से होकर हाईवे गुजरेगा.
इंटरचेंज, अंडरपास व फ्लाईओवर बनेंगे
अलवर प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि हाईवे का डिजाइन तैयार हो रहा है. यह हाईवे जमीन से ऊंचाई पर रहेगा. ऐसे में जरूरत के हिसाब से इंटरचेंज, अंडर पास व फ्लाईओवर बनाए जाएंगे. हालांकि इनकी संख्या अभी निर्धारित नहीं हुई है. डिजाइन का काम पूरा होने के बाद इसकी प्रक्रिया के बारे में पता चल सकेगा.
ये सुविधाएं होंगी नए हाईवे में
इस नए हाईवे के बन जाने से सबसे अधिक लाभ अलवर जिले को होगा. इस हाईवे पर वाईफाई, कैमरे व स्मार्ट ड्राइविंग जैसी सुविधाएं होंगी. हाईवे बन जाने से जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा के शहर सीधे राजस्थान व मुंबई हाईवे से कनेक्ट हो जाएंगे. जाहिर है कि जहां से यह हाईवे गुजरेगा उस इलाके का कायाकल्प हो जाएगा. 86 किलोमीटर का यह हाईवे आठ लेन होगा. इसका रूट नया होगा. यह जमीन से ऊंचा रहेगा. आवारा जानवर व स्थानीय वाहन इस पर नहीं चल पाएंगे. हाईवे पर एक्सेस कंट्रोल की सुविधा रहेगी. इस पर स्पीड कंट्रोल व स्मार्ट ड्राइविंग जैसी आधुनिक सुविधाएं भी रहेंगी. क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा.
हाईवे के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी अन्य विभाग रूट व अलाइनमेंट निर्धारित कर रहे हैं. रूट फाइनल होने के बाद जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी. इस हाइवे के बनने से अलवर सीधे तौर पर पंजाब-हरियाणा व जम्मू कश्मीर के शहरों से जुड़ सकेगा. बल्कि उत्तर भारत के कई शहरों का सीधा जुड़ाव मुंबई से हो जाएगा. पश्चिमी भारत के शहरों के लिए यह हाईवे सबसे छोटा मार्ग होगा.