अलवर. शहर के केंद्रीय बस स्टैंड से दो बस अड्डे संचालित होते हैं. प्रतिदिन हजारों यात्री विभिन्न रूटों की बसों पर सफर करते हैं. ऐसे में यात्रियों को बस अड्डे पर खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
अलवर बस अड्डे से अलवर, आगार और मत्स्य नगर आगार डिपो संचालित हो रही है. दोनों डिपो की करीब 250 बसें अलवर के केंद्रीय बस अड्डे से संचालित होती है. अलवर से मथुरा, आगरा, अलीगढ़, हाथरस, चंडीगढ़, वैष्णो देवी, अंबाला, जयपुर, दिल्ली सहित करीब 70 से 80 रूटों पर प्रतिदिन बस से संचालित होती है.
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इन बसों में हजारों की संख्या में यात्री विभिन्न रूटों पर सफर करते हैं. अलवर से बसें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर, दिल्ली सहित कई राज्यों को जोड़ती है. लेकिन उसके बाद भी अलवर बस अड्डे पर यात्री सुविधाओं का अभाव है. यहां पर यात्रियों के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा शौचालय और पीने के पानी के लिए यात्रियों हो परेशान होना पड़ता है.
रोडवेज के अधिकारियों ने कहा कि अलवर के केंद्रीय बस स्टैंड पर सुविधा बढ़ाने के लिए प्रस्ताव बनाकर रोडवेज के मुख्यालय भेजा हुआ है. सफाई के लिए कर्मचारियों को पाबंद किया जाएगा तो वहीं शौचालय की व्यवस्था भी बेहतर की जाएगी.
इसके अलावा भामाशाहओं की मदद से बैठने के लिए इंतजाम किए जाएंगे. अलवर डिपो के मुख्य प्रबंधक वसंत पवार ने कहा की यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए लगातार रोडवेज की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं. कई प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है. जबकि कुछ पर अभी काम चल रहा है.