अलवर. अलवर भाजपा के उत्तर जिला इकाई के उपाध्यक्ष शशि यादव सहित पांच लोगों को उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग पुलिस ने खटीमा के पास गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुरानी बंद हो चुकी करेंसी के नोट मिले हैं. उत्तराखंड पुलिस ने मझोला सत्रह मील चौकी के पास दो कारों को रोका और उनकी तलाशी ली गई. दोनों कारों में 35 बंडल भारतीय मुद्रा मिली जो कि, विमुद्रीकरण के बाद से बंद हो चुकी है. इन बंडलों में भारत में बंद हो चुके एक हजार रुपए के नोट थे.
इसके अलावा पुलिस को गाड़ी में एक सूटकेस भी मिला. जिसमें 1000 नोटों की 32 गड्डियां बरामद की गई. भारत में यह नोट साल 2016 में बंद हो चुके हैं. ऐसे में इतनी बड़ी मात्रा में इन नोटों का मिलना कई सवाल खड़े करते हैं. पुलिस का शक नोटों की तस्करी को ओर जा रहा है.
उत्तराखंड पुलिस ने बताया कि कारों में सवार प्रफुल्ल प्रधान निवासी शाहबाद प्रेम नगर बरेली, मुकेश कुमार निवासी पुराना शहर बरेली, शशि यादव निवासी ततारपुर शीतल थाना खुश खेड़ा अलवर, धर्मवीर निवासी नांगल चौधरी जिला महेंद्रगढ़ हरियाणा और दीपक कुमार निवासी विजय नगर गाजियाबाद को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि वह इन नोटों को वर्तमान मुद्रा से बदलने के लिए खटीमा टनकपुर बनबसा आते हैं. नेपाल में भारतीय विमुद्रीकरण मुद्रा चलती है. पुलिस ने बताया कि यह लोग पैसे बदलने के नाम पर उनके पास मौजूद वर्तमान मुद्रा लेकर फरार हो जाते हैं. सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है.
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तिजारा विधानसभा के खुशखेड़ा थाना क्षेत्र के ततारपुर निवासी शशि यादव वर्तमान में अलवर के भाजपा उत्तर जिले के उपाध्यक्ष है. वह पिछले कई वर्षों से भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता भी रहे हैं. शशि यादव बाबू शोभाराम कला महाविद्यालय में 90 के दशक के दौरान छात्र संघ अध्यक्ष भी रह चुके हैं. हालांकि भिवाड़ी पुलिस ने कहा इस संबंध में उत्तराखंड पुलिस जांच पड़ताल कर रही है. अगर उनसे संपर्क करके कोई जानकारी मांगी जाएगी तो वह दिया जाएगा. वहीं भाजपा के पदाधिकारियों ने कहा शशि यादव को उपाध्यक्ष पद से कार्यमुक्त कर दिया गया है. जांच पड़ताल के बाद उनकी सदस्यता भी समाप्त की जाएगी.