अलवर. जिले की मंडी में लंबे समय बाद बाजरे की आवक शुरू हो चुकी है. इन दिनों दो से ढाई हजार बोरी प्रतिदिन बिक्री के लिए मंडी में पहुंच रही है. यह 1600 से 1700 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से मंडी में बिक रहा है. इस बार बेहतर बारिश के चलते बाजरे की फसल अन्य सालों की तुलना में अच्छी हुई है. इसलिए किसानों के चेहरे पर खुशी देखी जा सकती है.
बता दें कि कई जगहों पर बाढ़ के हालात होने के कारण किसानों को बाजरे के भाव भी अच्छे मिल रहे हैं. हरियाणा और पंजाब सहित कई राज्यों में बाजरे की खासी डिमांड रहती है. इसलिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में व्यापारी बाजरा खरीद के लिए अलवर पहुंच रहे हैं. मुर्गी के दाना सहित कई कामकाज में बाजरे की खासी डिमांड रहती है. बता दें कि पंजाब और हरियाणा में मुर्गी पालन का बड़ा व्यापार है.
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जिले की मंडी देशभर में अपना अलग स्थान रखती है. यहां सरसों, गेहूं, बाजरा, कपास और ग्वार की बेहतर क्वालिटी व्यापारियों को मिलती है. इसलिए व्यापारियों की पहली पसंद अलवर मंडी ही रहती है. व्यापारियों की मानें तो आने वाले दिनों में बाजरे की आवक बढ़ेगी. प्रतिदिन 8 से 10 हजार बोरी बिक्री के लिए बाजरा मंडी में पहुंचेगा. क्योंकि बाजरे की कटाई शुरू हो चुकी है. राजगढ़, थानागाजी, मालाखेड़ा सहित जिलेभर में बाजरे की पैदावार होती है.