अलवर. गुर्जर समाज की तरफ से लगातार बैठकों का दौर चल रहा है, लेकिन अभी तक गुर्जर समाज की तरफ से धरना नहीं दिया गया है. वहीं प्रशासन की तरफ से लगातार समाज की गतिविधियों पर पल-पल नजर रखी जा रही है. अलवर में तीसरे दिन लगातार इंटरनेट सेवा को बंद रखा है. इंटरनेट बंद होने से आम लोग खासे परेशान हैं. प्रदेश में लगातार गुर्जर आंदोलन रफ्तार पकड़ रहा है. अलवर में नटनी का बारा स्थित देवनारायण मंदिर के पास गुर्जर समाज की तरफ से धरना दिया जाता है. इस बार पुलिस की तरफ से इस क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
लगातार पुलिस प्रशासन के अधिकारी गुर्जर समाज के नेताओं पर नजर रख रहे हैं. वहीं पुलिस और प्रशासन की तरफ से पल-पल पर नजर रखी जा रही है. गुर्जर समाज के आंदोलन के दौरान फैलने वाली अफवाह रोकने के लिए इंटरनेट सेवा को बंद किया गया है. अलवर जिले में तीसरे दिन 4 नवंबर को इंटरनेट बंद रखने का फैसला लिया गया है. संभागीय आयुक्त सोमनाथ मिश्रा ने 4 नवंबर को रात 11 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रखने के आदेश दिए हैं. अलवर के नारायणपुर, थानागाजी, टहल, राजगढ़ थाना क्षेत्र, मालाखेड़ा तहसील मालाखेड़ा का संपूर्ण थाना क्षेत्र सदर थाना और तहसील सिलीसेढ़ उमरैण, हाजीपुर डेरा शाहपुर सहित आसपास क्षेत्र में इंटरनेट सेवा पूरी तरीके से बंद कर दी गई है.
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दूसरी तरफ गुर्जर नेताओं की तरफ से लगातार बैठकों का दौर चल रहा है. गुर्जर नेताओं ने कहा कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के निर्देश के बाद अलवर में धरना शुरू किया जाएगा. लगातार समाज के नेता एकजुट हैं. पुलिस अधीक्षक की तरफ से सभी थाना प्रभारियों को क्षेत्र में गश्त करने सहित जरूरी निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा प्रशासन की तरफ से भी पल पल पर नजर रखी जा रही है. प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि अलवर में माहौल अभी शांत है. किसी भी तरह की कोई दिक्कत की बात नहीं है. दूसरी तरफ सरकार लगातार गुर्जर नेताओं से बातचीत कर रही है. इंटरनेट सेवा बाधित होने से आम लोग खासे परेशान हैं. इंटरनेट सेवा बंद होने से बच्चों की ऑनलाइन क्लास नहीं हो पा रही है. साथ ही लोगों के ऑनलाइन कार्य भी पूरी तरह से रुक गए हैं. ऐसे में लोग खासे परेशान हो रहे हैं.