अलवर. वैसे तो कोरोन पर पूरे देश में कई सारे गाने और भजन बने हैं. लेकिन उनमें से कुछ ऐसे हैं जो दिल को छू जाते हैं. ऐसा ही एक गीत अलवर में रविवार को संगीतकारों ने लॉन्च किया. गायत्री मंदिर मार्ग स्थित तोलानी हाउस में हुए एक कार्यक्रम के दौरान गायक चिन्मय पाराशर और गीतकार रामचरण राग के नेतृत्व में इस गाने को बनाया गया. वहीं इस गीत को लिखने वाले रामचरण राग ने कहा कि कोरोना प्रभावित श्रमिकों को प्रदर्शित करने के लिए ये गीत बनाया गया है.
इसमें सभी पहलुओं को खूबसूरती से पेश करते हुए मजदूर वर्ग को होने वाली परेशानी दिखाई गई है. दरअसल वैसे तो कोरोना से सभी प्रभावित हैं. लेकिन सबसे ज्यादा मार प्रतिदिन मेहनत मजदूरी करके पेट भरने वाले श्रमिकों पर पड़ी है. हजारों लाखों श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं. ऐसे में दो वक्त की रोटी के लिए उनके सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है.
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कार्यक्रम में कोरोना के हालात पर चर्चा की गई तो वहीं समाज के लोगों ने आने वाले समय को लेकर सभी को तैयार रहने और परिस्थितियों का मुकाबला करने के लिए कहा. दरअसल बिगड़ते हुए हालात में सभी को साथ रहकर परिस्थितियों का मुकाबला करना होगा. ऐसे में सभी को साथ रहकर आगे आना होगा.
कार्यक्रम में गीत तैयार करने वाली पूरी टीम मौजूद रही. इसमें गायक चिन्मय पाराशर, गरिमा शर्मा, नेहा शर्मा और दीपक ठाकुर सहित सभी ने अपने विचार रखे. गीत बनाने वाले लोगों ने कहा कि उन्होंने गीत बनाने से पहले लोगों के दर्द को समझा. उसके बाद उन हालात को कागज कलम से उतारा बाद में उसको गीत का रूप दिया गया.