अलवर. जिले के मुंडावर क्षेत्र में एक युवती का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में युवती खुद की इच्छा के विरुद्ध अपनी छोटी बहन और खुद के विवाह को रोकने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से गुहार लगा रही है.
वीडियो वायरल होने के बाद सरकार और प्रशासन हरकत में आई. इसके बाद तहसीलदार और थानाधिकारी युवती के घर पहुंचे और परिजनों को पाबंद किया. साथ ही ग्रामीणों को समझाया. इस दौरान परिजनों ने भी युवती की जबरन शादी कराने की बात को स्वीकार की.
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वायरल वीडियो में युवती ने ये कहा...
अलवर जिले के मुंडावर उपखंड की युवती ने खुद का वीडियो बनाते हुए कहा है कि जिस गांव में बाथरूम और वाशरूम नहीं, लड़कियों के अधिकार नहीं, शौचालय के लिए खुले में जाना पड़ता हो और जब तक जॉब नहीं लगे तब तक युवती उस गांव में शादी नहीं करना चाहती. इस दर्द को बयां करते हुए युवती ने खुद का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
जयपुर में परिवार के साथ रहने वाली युवती ने वीडियो में कहा है कि मेरी मम्मी मुझे झूठ बोलकर गांव लेकर आई और यहां पर 20 मई को मेरी सगाई करवा दी. जबकि यह सगाई मेरी मर्जी के खिलाफ थी और 1 जुलाई को मेरी शादी तय की गई है. इस मामले में परिजनों ने मेरी सहमति नहीं ली और मर्जी के खिलाफ हो रही इस शादी से वो पूरी तरह से असंतुष्ट है.
युवती का कहना है कि लड़का कौन है, मुझे नहीं दिखाया गया. वह क्य करता है, ये भी नहीं बताया गया. उसने कहा कि जब तक मेरी और मेरी छोटी बहन की जॉब नहीं लगती तबतक वो शादी नहीं करेगी और ना ही छोटी बहन को शादी करने देगी. युवती ने वीडियो में कहा है कि छोटी बहन और उसकी लाइफ पढ़ाई के अभाव में खराब हो रही है. युवती ने अंत में इस वीडियो में कहा कि वे यह वीडियो चोरी-छिपा कर बना रही है और हो सकता है कि पता चलने के बाद उसके परिजन उसके साथ मारपीट करें और उसका फोन रख लिया जाए.
वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासनिक अमला में हड़कंप
वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासनिक अमला में हड़कंप मच गया और परिवार लड़की के दबाव में आ गया. युवती की 1 जुलाई को शादी होने वाली थी. अपनी बहन और खुदी की शादी को रोकने के लिए उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से गुहार लगाई और वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वहीं, मामले में तहसीलदार और थानाधिकारी युवती के घर पहुंचे और परिजनों को पाबंद किया.
पुलिस ने अपना काम बखूबी कियाः एडीएम
मामले को लेकर एडीएम का कहना है कि इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने अपना काम बखूबी किया है. उन्होंने बताया कि मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए तहसीलदार और थानाधिकारी को युवती के घर पर भेजा. उसके बाद तहसीलदार और थानाधिकारी ने परिजनों और ग्रामीणों से बातचीत की और समझाइश की. इस दौरान परिजनों को पाबंद किया गया और लिखित में लिखवाकर लिया गया. उन्होंने बताया कि इस दौरान उनके परिजनों ने भी उनके इच्छा के विरुद्ध शादी नहीं करने की बात कही.