अलवर. जनाना अस्पताल स्थित जीएनएम नर्सिंग छात्रावास में रहने वाली कुछ छात्राओं की गुरुवार देर रात अचानक तबीयत खराब होने लगी. छात्रावास की वार्डन ने इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी. सभी छात्राओं को तुरंत इलाज के लिए सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया. वहां सभी की हालत स्थिर है. बीमार होने का शुरुआती कारण फूड प्वाइजनिंग सामने आ रहा है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं.
बता दें कि अलवर के जनाना अस्पताल स्थित भवन में जीएनएम हॉस्टल चलता है. इसमें करीब 143 छात्राएं रहती हैं. गुरुवार रात अचानक कुछ छात्राओं को उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी. इस पर तुरंत सभी छात्राओं को अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया. मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी गई. डिप्टी सीएमएचओ और अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि कुल 11 छात्राओं को भर्ती कराया गया है. सभी की हालत बेहतर है.
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डिप्टी सीएमएचओ डॉ. छबील कुमार ने बताया की छात्राओं के बीमार होने की सूचना मिली. उसके बाद हॉस्टल पहुंच कर 11 छात्राओं को भर्ती कराया गया है. सभी की हालत अब ठीक है. उन्होंने कहा कि हॉस्टल में करीब 143 छात्राएं रहती हैं. अगर फूड प्वाइजनिंग का मामला होता तो छात्रावास की अन्य छात्राएं भी बीमार होती. ऐसे में बीमार छात्राओं की कोरोना जांच भी शुक्रवार को कराई जाएगी. इसके अलावा आने के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं. साथ ही हॉस्टल की वार्डन को सभी छात्राओं पर नजर रखने प्रत्येक कमरे की जांच पड़ताल करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे किसी भी छात्रा को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो सके. कोरोना में कुछ लोगों को उल्टी दस्त की शिकायतें होती हैं. इसलिए हॉस्टल में रहने वाली सभी 143 छात्राओं कि कोरोना जांच कराई जाएगी.