अलवर. जिले में शुक्रवार को पुलिस और प्रशासन की उस समय धड़कनें बढ़ गई. जब एक 10वीं कक्षा की छात्रा के अपहरण की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी. पुलिस की तरफ से तुरंत मामले पर जांच पड़ताल शुरू की गई. इस दौरान अपहरण के प्रयास का मामला सामने आया, लेकिन जब पीड़िता और उसके परिजनों से पूछताछ की गई तो बदनामी के डर से पीड़िता ने कहा कि उसने पुलिस प्रशासन को अपहरण के मामले की झूठी जानकारी दी है.
बता दें कि अलवर में शुक्रवार सुबह पुलिस कंट्रोल रूम पर 10वीं की छात्रा के अपहरण की सूचना मिली. उसके बाद सोशल मीडिया पर जमकर यह सूचना वायरल हुई. पुलिस ने शहर के उसके बाहरी क्षेत्रों में नाकाबंदी की और मामले की जांच पड़ताल शुरू की गई. इस दौरान पता चला की अशोका टॉकीज के पास एक दसवीं कक्षा की छात्रा के अपहरण के प्रयास का मामला हुआ है. छात्रा स्कूल जा रही थी, पुलिस ने बच्ची व उसके परिजनों को पूछताछ के लिए थाने में बुलाया. यह मामला उच्चाधिकारियों के पास पहुंचा. पुलिस अधीक्षक व अन्य लोगों ने भी पीड़िता व उसके परिजनों से बातचीत व पूछताछ की. इस बीच पता चला कि अलवर के भीखम सैयद मोहल्ले में रहने वाली 10वीं कक्षा की छात्रा अपने पिता से किसी बात को लेकर गुस्सा हुई. स्कूल जाते समय उसने खुद के अपहरण के प्रयास की सूचना परिजनों व पुलिस को दी, जो झूठी निकली.
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पुलिस ने कहा कि छात्रा की काउंसलिंग कराई जाएगी. उसके परिजनों से पूछताछ की जा रही है. हालांकि, परिजनों की ओर से अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है. लेकिन, शुरुआती जांच पड़ताल में यह मामला झूठा पाया गया है. वहीं, पुलिस अधिकारियों ने कहा छात्रा ने किस तरह के तनाव में आकर झूठी जानकारी परिजन व पुलिस को दी. इसकी जांच पड़ताल भी लगातार की जा रही है.