अजमेर. महिला बंदी गृह में बंद कैदियों को अपराधों से दूर रखने के लिए, साथ ही उन्हें आजीविका चलाने में मदद करने के लिए कई प्रकार के प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं. इसी कड़ी में जयपुर की संस्था की ओर से सिलाई, कढ़ाई, अचार बनाना, कपड़े के थैले बनाने सहित अन्य कार्य सिखाया जा रहा है, जिससे कि महिला बंदी जेल से छूटने के बाद अपराध की दुनिया से दूर हटकर अपनी आजीविका को चला सकें.
महिला बंदीगृह की डिप्टी जेलर प्रियंका चौधरी ने बताया, कोरोना काल में महिला बंदी के कैदियों से जहां कोरोना गार्डन तैयार करवाया गया था. वहीं इसके बाद इन्हें आजीविका चलाने को से संबंधित प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं, जिससे कि यह प्रशिक्षित होकर जेल से जाने के बाद अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें और जुर्म की दुनिया से तौबा करें.
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उन्होंने कहा कि इसके लिए जयपुर की एक संस्था वर्तमान में प्रशिक्षण प्रदान कर रही है. वहीं अन्य संस्थाओं से भी संपर्क साधकर महिला बंदियों को कई अन्य प्रशिक्षण भी प्रदान किए जाएंगे.