अजमेर. केंद्र सरकार की ओर से भारतीय रेलवे को भी निजीकरण करने के विरोध में शुक्रवार को अजमेर में विरोध-प्रदर्शन किया गया. जिले के डीआरएम दफ्तर में रेल कर्मचारियों ने भारत सरकार और रेल मंत्री के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया.
यूपीआरएमएस (उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ) के मंडल अध्यक्ष एएसआई जैकब ने बताया कि सरकार एक तरफ तो रोजगार देने की बात कर रही है, लेकिन दूसरी ओर आम जनता की आंखों में धूल झोंकते हुए सभी सरकारी कार्यालय को निजीकरण कर रोजगार छीनने का भी कार्य कर रही है. उनका कहना है कि अगर सरकार ने अपना फैसला जल्द वापस नहीं लिया तो सभी रेल कर्मचारी सड़कों पर उतर जाएंगे और अपना रोजगार बचाने को लेकर इससे बड़ा उग्र प्रदर्शन करेंगे.
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उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ के पदाधिकारी ने कहा कि अगर इसके बाद भी रेल प्रशासन की ओर से निजीकरण और निगमीकरण किया जाता है तो उसका विरोध किया जाएगा. जैकब ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे यूनियन और उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ दोनों ही दल मिलकर सरकार और रेल विभाग को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
जोधपुर में निजीकरण के विरोध में सद्बुद्धि यज्ञ
नॉर्थ-वेस्टर्न रेलवे कर्मचारी यूनियन जोधपुर मंडल द्वारा शुक्रवार को रेलवे के निगमीकरण और निजीकरण करने के विरोध में सद्बुद्धि यज्ञ किया गया. रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि पिछले कई महीने से रेलवे के कर्मचारी निगमीकरण का विरोध कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय इस बारे में ध्यान नहीं दे रहा है. जिसके चलते जोधपुर में शुक्रवार को रेलवे कर्मचारी यूनियन के कर्मचारियों द्वारा सद्बुद्धि यज्ञ किया गया. जिससे कि रेल मंत्रालय निगमीकरण और निजीकरण को बंद करे.