केकड़ी (अजमेर). अजमेर और टोंक जिले की सरहद पर मूड़ियां गांव में खदान ढहने से दो सगी बहनों की मौत हो गई. हादसे में तीन अन्य मजदूरों को भी चोट आई है, जिस खदान में हादसा हुआ, वह अवैध रूप से संचालित हो रहा था. खदान में से क्वॉर्टस सहित अन्य पत्थरों का अवैध खनन किया जा रहा था. हादसे के बाद टोड़ा रायसिंह तहसीलदार और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा.
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बता दें, टोंक जिले की सीमा पर स्थित मूड़ियां गांव के एक खदान में कुछ मजदूर काम कर रहे थे. इसी दौरान मलबा ढहने से खदान में काम कर रही देवगांव निवासी बद्री देवी पत्नी गोपाल खटीक और संतरा देवी पत्नी लालाराम खटीक मलबे में दब गई. मलबा गिरने से मौके पर हड़कंप मच गया और अन्य मजदूर भी बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे. हादसे में अन्य मजदूरों के भी चोट लगी है.
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हादसे के बाद खदान में काम कर रहे मजदूरों ने मलबे में दबी दोनों महिलाओं को बाहर निकाला. दोनों महिलाओं को गंभीर अवस्था में अस्पताल के लिए रेफर किया गया. घायल ब्रदी देवी ने टोड़ा रायसिंह अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया. वहीं संतरा देवी ने केकड़ी के राजकीय चिकित्सालय में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. टोड़ा रायसिंह पुलिस के केकड़ी पहुंचने के बाद मृतक महिला का पोस्टमार्टम किया जाएगा. हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर भारी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. सूचना पर टोड़ा रायसिंह तहसीलदार और पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचे.
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मृतका बद्री देवी की चार बेटियां और एक बेटा है. अपनी मां के मौत की खबर सुनकर चारों बेटियां और बेटे का रो रोकर बुरा हाल हो गया. मृतका बद्री देवी ही अपने बच्चों का पालन पोषण करती थी. अब छोटे-छोटे बच्चों के सामने घर चलाने का संकट खड़ा हो गया है. ग्रामीण गरीब परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे हैं.