अजमेर. शहर में यातायात सुगम बनाने की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस की है. लेकिन जिम्मेदार खुद ही सुगम यातायात में रोड़ा बन गए हैं. मामला गांधी भवन चौराहे पर ट्रैफिक गुमटी का है. गांधी भवन के बाहर ट्रैफिक पुलिस की गुमटी नहीं हटने से सड़क चौड़ी करने का लाभ आमजन को नहीं मिल पा रहा है. नगर निगम अब यातायात पुलिस विभाग को गुमटी हटाने के लिए पत्र लिख रहा है.
शहर के मुख्य चौराहा गांधी भवन पर रोज लगने वाले जाम से लोगों को निजात दिलाने के लिए गांधी प्रतिमा स्थल के पार्क को छोटा कर दिया गया. बावजूद इसके नगर निगम एक वर्ष बीतने के बाद भी यातायात सुगम करने में रोड़ा बनी ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की गुमटी को नहीं हटवा पाया. गुमटी अब वहीं मौजूद है और हालात वही जस के तस बने हुए हैं. रोड चौड़ा होने के बावजूद भी आमजन को उसका लाभ नहीं मिल रहा.
जबकि आगरा गेट से गांधी भवन और उससे आगे मार्टिंडल ब्रिज एलिवेटेड ब्रिज का कार्य जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा जरूरत गांधी भवन के सामने चौड़ी हुई सड़क की आमजन को महसूस हो रही है. लेकिन यातायात में बाधक बनी ट्राफिक पुलिस की गुमटी को बीते 1 वर्ष में भी नहीं हटाया गया. जबकि गुमटी को पीछे की और स्थान्तरित करने के लिए नगर निगम के अधिकारी यातायात पुलिस विभाग के अधिकारियों को कह चुके है.
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हालात यह है कि गुमटी की आड़ में पार्किंग बन गई है. वही अस्थाई अतिक्रमण भी हो गए हैं. नगर निगम के उपायुक्त गजेंद्र सिंह रलावता ने बताया कि यातायात में बाधा बन रही यातायात पुलिस की गुमटी को हटाने के लिए कई बार आग्रह किया गया है. लेकिन हर बार टालमटोल जवाब मिलता रहा है. इस बार नगर निगम की ओर से यातायात पुलिस विभाग को गुमटी हटाने के लिए पत्र लिखा जा रहा है. आमजन को राहत देने के कार्य सरकारी दफ्तरों में किस प्रकार अटके हुए रहते हैं. इसकी बानगी यातायात पुलिस की यह गुमटी है. जिसे पीछे स्थानांतरित करने की कोशिश को 1 वर्ष का समय बीत चुका है.