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अजमेर: फेस्टिव सीजन में व्यापारी परेशान, जिस Bridge से थी विकास की उम्मीद वही बना रास्ते का रोड़ा!

कोरोना काल (Corona) में व्यापार को बड़ा झटका (Big Blow To Business) सहने के बाद अब दीपावली (Deepawali) फेस्टिव सीजन (Festive Season) में भी व्यापारियों को अव्यवस्थाओं के चलते ग्राहकी के लिए तरसना पड़ रहा है. दिक्कतों में इजाफा एलीवेटेड ब्रिज निर्माण कार्य की धीमी गति भी कर रहा है. प्रशासनिक अमले से व्यापारी बेहद नाराज हैं. कह रहे हैं अजमेर को स्मार्ट नहीं नर्क सिटी बना दिया गया है.

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Published : Oct 13, 2021, 1:41 PM IST

Updated : Oct 13, 2021, 2:29 PM IST

Ajmer
अजमेर: फेस्टिव सीजन में व्यापारी परेशान

अजमेर: यहां एलीवेटेड ब्रिज के निर्माण कार्य को(Construction Of Elevated Bridge) 2 वर्ष से भी अधिक समय बीत चुका है. तीन बार एलीवेटेड ब्रिज निर्माण कार्य पूर्ण होने की अवधि बदली जा चुकी है.

स्मार्ट नहीं नर्क सिटी

कभी तकनीकी अड़चनों से तो कभी कोरोना काल मे हुए लॉक डाउन की वजह से (Lock Down) तो कभी ठेकेदार फर्म की ढिलाई की वजह से ब्रिज का कार्य धीमी गति से चला. निर्माण कार्य की वजह से सड़कों का हाल बेहाल है. जिससे ट्रैफिक जाम (Traffic Jam) की स्थिति बनी रहती है.

ये भी पढ़ें- राजस्थान : कोयले की कमी का हवाला देकर अब बिजली बचत का मोबाइल पर संदेश दे रहा डिस्कॉम...

केसरगंज, पड़ाव, क्लॉक टावर, से ट्राफिक मदार गेट कपड़ा बाजार, घी मंडी, नया बाजार, आगरा गेट इधर कचहरी रोड पर यातायात का दबाव बढ़ गया यह वह क्षेत्र है जहां पहले ही सकरा इलाका है. ऐसे में ट्राफिक बढ़ने से दुकानों पर ग्राहकों को रुकने में भी काफी परेशानी होती है. ग्राहक दुपहिया वाहन पर होता है और उसके रुकते ही जाम लगने की स्थिति हो जाती है. जबकि शहर के भीतरी बाजारों में होलसेल की दुकानें सबसे अधिक है. जिले से ही नहीं अन्य जिलों से भी खरीदारी के लिए लोग यहां आते हैं.

श्री अजमेर व्यापारी महासंघ (Sri Ajmer vyapari Mahasangh) के सचिव रमेश लालवानी (Ramesh lalwani) ने बताया कि नाली सड़क निर्माण कार्य की जानकारी बोर्ड लगा कर दी जाती है लेकिन एलिवेटेड ब्रिज (Elevated Bridge) के निर्माण कार्य की कोई जानकारी फ्लेक्स लगाकर नहीं दी जाती.

व्यापारियों की परेशानी को लेकर सीएम के नाम कई बार जिला प्रशासन को ज्ञापन दिए गए. लालवानी ने बताया कि ट्रैफिक को डायवर्ट करने से भीतरी बाजारों में ग्राहकों के आने की इच्छा ही नहीं होती है. इस कारण व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.

100 करोड़ के व्यापार पर फिरी झाड़ू

दीपावली तक 100 करोड़ रुपए व्यापार अजमेर में होता है. लोग दिल खोलकर खर्च करते हैं लेकिन फिलहाल Under Construction Site इनके बिजनेस को ही Over कर रही है. कहते हैं- व्यापारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं और अपने बिजनेस को लेकर चिंता सता रही है. भीतरी बाजार के व्यापारी ही नहीं मुख्य सड़कों पर बिजनेस कर रहे दुकानदार भी हैरान परेशान हैं.

सड़कों की धूल ने व्यापार पर भी जमाई धूल

स्टेशन रोड व्यापारी संगठन से जुड़े पदाधिकारी धर्मेंद्र ने बताया कि ब्रिज निर्माण कार्य से धूल उड़ती है. इस वजह से दुकानदारों का सामान खराब होता है. ट्रैफिक डाइवर्ट (Traffic Divert) होने से मुख्य सड़क पर कोई आना नहीं चाहता है. सवाल करते हैं कि जब लोग डायवर्जन या अन्य मार्गों से निकल जाते हैं तो फिर ग्राहक कैसे आएगा?

अपनी भावनाओं पर काबू नहीं कर पाते और कहते हैं- फोर व्हीलर (Four Wheeler) की पार्किंग नहीं है वहीं दुपहिया वाहनों के खड़े होने पर भी पाबंदी है.

हम ये चाहते हैं...

व्यापारी चाहते हैं कि एक बार एलिवेटेड ब्रिज (Elevated Bridge) का कार्य जल्द पूर्ण हो जाए, ताकि उनका व्यापार सुचारू रूप से जारी रहे. व्यापारी भी दीपावली के दीयों से अपना घर रौशन कर सकें.

अजमेर: यहां एलीवेटेड ब्रिज के निर्माण कार्य को(Construction Of Elevated Bridge) 2 वर्ष से भी अधिक समय बीत चुका है. तीन बार एलीवेटेड ब्रिज निर्माण कार्य पूर्ण होने की अवधि बदली जा चुकी है.

स्मार्ट नहीं नर्क सिटी

कभी तकनीकी अड़चनों से तो कभी कोरोना काल मे हुए लॉक डाउन की वजह से (Lock Down) तो कभी ठेकेदार फर्म की ढिलाई की वजह से ब्रिज का कार्य धीमी गति से चला. निर्माण कार्य की वजह से सड़कों का हाल बेहाल है. जिससे ट्रैफिक जाम (Traffic Jam) की स्थिति बनी रहती है.

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केसरगंज, पड़ाव, क्लॉक टावर, से ट्राफिक मदार गेट कपड़ा बाजार, घी मंडी, नया बाजार, आगरा गेट इधर कचहरी रोड पर यातायात का दबाव बढ़ गया यह वह क्षेत्र है जहां पहले ही सकरा इलाका है. ऐसे में ट्राफिक बढ़ने से दुकानों पर ग्राहकों को रुकने में भी काफी परेशानी होती है. ग्राहक दुपहिया वाहन पर होता है और उसके रुकते ही जाम लगने की स्थिति हो जाती है. जबकि शहर के भीतरी बाजारों में होलसेल की दुकानें सबसे अधिक है. जिले से ही नहीं अन्य जिलों से भी खरीदारी के लिए लोग यहां आते हैं.

श्री अजमेर व्यापारी महासंघ (Sri Ajmer vyapari Mahasangh) के सचिव रमेश लालवानी (Ramesh lalwani) ने बताया कि नाली सड़क निर्माण कार्य की जानकारी बोर्ड लगा कर दी जाती है लेकिन एलिवेटेड ब्रिज (Elevated Bridge) के निर्माण कार्य की कोई जानकारी फ्लेक्स लगाकर नहीं दी जाती.

व्यापारियों की परेशानी को लेकर सीएम के नाम कई बार जिला प्रशासन को ज्ञापन दिए गए. लालवानी ने बताया कि ट्रैफिक को डायवर्ट करने से भीतरी बाजारों में ग्राहकों के आने की इच्छा ही नहीं होती है. इस कारण व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.

100 करोड़ के व्यापार पर फिरी झाड़ू

दीपावली तक 100 करोड़ रुपए व्यापार अजमेर में होता है. लोग दिल खोलकर खर्च करते हैं लेकिन फिलहाल Under Construction Site इनके बिजनेस को ही Over कर रही है. कहते हैं- व्यापारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं और अपने बिजनेस को लेकर चिंता सता रही है. भीतरी बाजार के व्यापारी ही नहीं मुख्य सड़कों पर बिजनेस कर रहे दुकानदार भी हैरान परेशान हैं.

सड़कों की धूल ने व्यापार पर भी जमाई धूल

स्टेशन रोड व्यापारी संगठन से जुड़े पदाधिकारी धर्मेंद्र ने बताया कि ब्रिज निर्माण कार्य से धूल उड़ती है. इस वजह से दुकानदारों का सामान खराब होता है. ट्रैफिक डाइवर्ट (Traffic Divert) होने से मुख्य सड़क पर कोई आना नहीं चाहता है. सवाल करते हैं कि जब लोग डायवर्जन या अन्य मार्गों से निकल जाते हैं तो फिर ग्राहक कैसे आएगा?

अपनी भावनाओं पर काबू नहीं कर पाते और कहते हैं- फोर व्हीलर (Four Wheeler) की पार्किंग नहीं है वहीं दुपहिया वाहनों के खड़े होने पर भी पाबंदी है.

हम ये चाहते हैं...

व्यापारी चाहते हैं कि एक बार एलिवेटेड ब्रिज (Elevated Bridge) का कार्य जल्द पूर्ण हो जाए, ताकि उनका व्यापार सुचारू रूप से जारी रहे. व्यापारी भी दीपावली के दीयों से अपना घर रौशन कर सकें.

Last Updated : Oct 13, 2021, 2:29 PM IST
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