अजमेर. भारतीय जनता पार्टी के संगठन में अब कहीं ना कहीं बदलाव हो सकता है. जिला परिषद चुनाव में भाजपा खेमे की बगावत और कांग्रेस की सेंधमारी से इस बार सबक लेते हुए भाजपा संगठन व जनप्रतिनिधियों ने समन्वय से नगर निगम चुनाव में काम किया और बोर्ड बनाने में कामयाबी भी हासिल की है.
निगम चुनाव में शहर जिला अध्यक्ष प्रियशील हाड़ा की पत्नी ब्रजलता हाड़ा के महापौर बनते ही अब कई लोगों की नजरें जिला अध्यक्ष पद पर टिक चुकी है. जिला अध्यक्ष के बदलाव के संकेत के चलते कई नये चेहरे इस कतार में नजर आने लगे हैं. वहीं, हाड़ा की पत्नी के मेयर बनने के बाद माना जा रहा है कि भाजपा प्रदेश संगठन उनसे कभी भी इस्तीफा मांग सकता है. हालांकि, संगठन की ओर से साफ तौर से इनकार किया जा रहा है. ऐसा भी कहा जा रहा है कि हाड़ा खुद भी आगे होकर इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं. क्योंकि, एक परिवार का एक पद की चर्चा बाजारों में भी जोरों पर हैं.
शहर अध्यक्ष की बड़ी जिम्मेदारी...
दरअसल, अब जिला अध्यक्ष का पद मजबूत हो गया है. पहले जिला अध्यक्ष के पास केवल अजमेर शहर की जिम्मेदारी ही होती थी, लेकिन अब किशनगढ़ को भी शामिल कर इसका दायरा बढ़ा दिया गया है. शहर के 6 मंडल के अलावा किशनगढ़ मंडल भी उनके पास ही रहेगा, तो वहीं किशनगढ़ नगर परिषद व अजमेर नगर निगम में वनों का विस्तार किया गया है.