अजमेर. देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है, जिससे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. अब ऐसे में लॉक डाउन के बीच कई लोगों की आर्थिक स्थिति भी खराब हो चुकी है. इन सबके बीच ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के सज्जादानशीन दरगाह दीवान जैनुल आबेदीन अजमेर शहर के अलग-अलग क्षेत्र से हजार जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके तहत प्रति परिवार को हजार से लेकर 1500 उनके सीधे खातों में डाल रहे हैं, जिसकी सूची दरगाह दीवान की ओर से तैयार कर ली गई है.
वहीं, दरगाह दीवान के पुत्र नसरुद्दीन चिश्ती ने जानकारी देते हुए बताया कि दरगाह दीवान ने अपने पिता सैयद अलीमुद्दीन अली खान की याद में बने हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की राशि से लोगों के खाते में पैसे डलवाए जा रहे हैं. नसीरुद्दीन चिश्ती ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से ही दरगाह दीवान की ओर से शहर में विभिन्न हिस्सों में राशन पैकेटे पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है, जिसके अलावा करीब 20 टन चावल अलग-अलग क्षेत्रों में जरूरतमंदों को पहुंचाया जा चुका है.
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उन्होंने बताया कि ऑनलाइन राशि डालने से लॉकडाउन की पालना पूर्णतया होगी और पारदर्शिता भी बनी रहेगी. क्योंकि, आजकल कई लोग जरूरतमंदों की मदद करते समय फोटो भी वायरल करते हैं, जो कि गलत है. वहीं, दरगाह दीवान का मानना है कि हर मुसलमान रमजान के महीने में अपनी ओर से फितरा जकात निकालकर गरीबों को देता है. साथ ही कहा कि आज का समय में अति आवश्यक है कि हम सब अपनी हैसियत के अनुसार ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करें.