अजमेर. इंडियन एयरलाइंस में नोकरी करते हुए सूफ़िया ने एकता , शांति और मानवता के संदेश के साथ दौड़ लगाना 4 साल पहले शुरू किया था. लंबी मैराथन लगाते-लगाते सूफ़िया ने अपने हौसलों के दम पर कश्मीर से कन्याकुमारी की दूरी को दौड़ कर पूरा किया. 87 दिन में सूफ़िया ने 4 हजार किलोमीटर की दूरी तय की.
उन्होंने अपनी इस लंबी दौड़ को 'उम्मीद' नाम दिया था. सूफ़िया के इस कारनामे को गिनीज़ बुक रिकॉर्ड में दर्ज किया गया. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में सूफ़िया ने बताया कि देश और दुनिया में नफरत का जो माहौल है उसके लिए उसने देश में एकता, शांति और मानवता के संदेश के साथ अपनी दौड़ शुरू की.
सूफ़िया ने युवाओं को भी संदेश देते हुए कहा कि मेहनत और लगन से हर मंजिल तक पहुचा जा सकता. उन्होंने युवतियों को भी संदेश देते हुए कहा कि देश में जिस तरह से माहौल बताया जाता है वैसा कुछ भी नही है. लड़कियों को बाहर निकलकर देखना चाहिए देश और देशवासी दोनों खूबसूरत है. इसमें कही कोई डरने की जरूरत नही है. मन मे जो सोचा है वो साकारात्मक सोच के साथ उसे करने में जुट जाएं सफलता के द्वार अपने आप खुलते जाएंगे. सूफ़िया का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के बाद अब गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है.
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सूफ़िया ने बताया कि जल्द देश की चार बड़ी मेट्रो सिटीज दिल्ली, कलकत्ता , चेन्नई ,मुम्बई और दिल्ली की 6 हजार किलोमीटर की दौड़ उनका अगला लक्ष्य है. जिसका आगाज वो जल्द ही दिल्ली से करेंगी. गिनीज़ बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाने के बाद अजमेर आई सूफ़िया का सम्मान किया गया. सूफ़िया अपने मकसद के लिए पुनः दिल्ली निकल गई है.
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बता दे कि सूफ़िया की शिक्षा एक सरकारी स्कूल में हुई. हाई स्कूल के बाद एविएशन में उसने दिल्ली से पढ़ाई की और प्रथम प्रयास में ही उसे इंडियन एयर लाइंस में नोकरी मिल गई. लेकिन सूफ़िया के कदम कहा रुकने वाले थे. सूफ़िया के हौसले इतने मजबूत हैं कि अब वो 6 हजार किलोमीटर की दौड़ 150 दिन में लगाने का लक्ष्य उन्होंने लिया है.