अजमेर. दुनिया के सात अजूबों से कौन वाकिफ नहीं है. हर किसी की चाहत होती है कि वह दुनिया की सैर करे और इन अजूबों को देखे. इस ख्वाइश को पूरा करने के लिए अच्छी खासी रकम चाहिए. इतनी रकम सभी के पास तो नहीं होती, लेकिन कोई फिक्र नहीं. दुनिया के सात अजूबों की सैर अब अजमेर में ही की जा सकेगी.
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अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से 7 वंडर बनाए जाएंगे. वैशाली नगर स्थित महेश्वरी पब्लिक स्कूल के सामने साढे 10 करोड़ की लागत से लगभग 1 हेक्टेयर जमीन पर सात अजूबा इमारतों का निर्माण किया जाएगा. जिला कलेक्टर, अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित, नगर निगम आयुक्त और अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव आनासागर झील के चारों और खूबसूरती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. इस प्रोजेक्ट की निविदा जारी कर दी गई है जो 13 जनवरी को प्राप्त की जाएगी.
ये होंगे प्रमुख अजूबे
पेरिस के एफिल टावर को कौन नहीं जानता. लेकिन अगर आप नजदीक से उसकी खासियत को निहारना चाहते हैं तो एमपीएस स्कूल के सामने एवं आनासागर झील के किनारे बनने वाले लेकफ्रंट पार्क में हूबहू प्रतीकात्मक टावर आपको नजर आएगा. यहां पर मिस्र के पिरामिड भी नजर आएंगे. उस जमाने में अद्भुत कलाकृति का नमूना, जहां इतने बड़े पत्थरों को इतनी ऊंचाई तक ले जाना भी पहेली ही थी. लेकिन यहां इस इमारत को आकार देने में दिक्कत महसूस नहीं होगी.
पीसा की झुकी हुई मीनार का भी निर्माण किया जाएगा. इटली में पीसा की मीनार तो बनने के बाद झुकी थी, पीसा इटली का एक छोटा शहर है जहां विश्व प्रसिद्ध झुकी हुई मीनार है. पीसा की यह झुकी हुई मीनार सैकड़ों सालों से सैलानियों की उत्सकुता का केंद्र बनी हुई है. कोलेजियम रोम का कोलेजियम भी यहीं अपनी ऊंची और टूटी दीवारों के साथ स्वागत करता दिखाया जाएगा. झील के किनारे स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी भी नजर आएगी.
यहां न्यूयॉर्क के किनारे का फैला समंदर भले ही न हो लेकिन आनासागर झील के किनारे बनी हाथ में मशाल लिए स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी बनेगी. क्राइस्ट द रिडीमर की विशालकाय प्रतिमा यहां आने वाले पर्यटकों को जरूर रोमांचित करेगी. ताजमहल दुनिया भर में मोहब्बत की बेमिसाल निशानी के तौर पर फेमस है. जिसको अब लोग अजमेर में निहार सकेंगे.