अजमेर. शहर में लंपी वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ता गायों के (Protest in Ajmer against Lumpy disease) साथ जिला मुख्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने प्रतिनिधि मंडल ने छह सूत्रीय मांग को लेकर कलेक्टर को पीएम और सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा. जिसमें मृत गायों को दफनाने, अनुदान राशि देने सहित अन्य मांग शामिल हैं.
पार्टी जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह रावत का आरोप है कि केंद्र सरकार अफ्रीका से चीतों को लाने और उनके लिए 100 करोड़ (Rashtriya Loktantrik Party Protest in Ajmer) से भी ज्यादा की व्यवस्था में खर्च कर वाहवाही लूट रही है. जबकि अपने ही देश में गायें लंपी वायरस से मर रही हैं. आरएलपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि हमें चीता नहीं गाय चाहिए. ग्रामीण ओलंपिक नहीं गाय का इलाज चाहिए. उनकी मांग है कि सरकार गोवंश को बचाने के लिए गंभीरता से प्रयास करें.
आजाद पार्क से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए गायों के साथ जिला मुख्यालय (RLP Protest in Ajmer against Lumpy disease) पहुंचे जहां कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं को जिला मुख्यालय के बाहर पुलिस ने रोक दिया. लिहाजा आधे घंटे तक आरएलपी कार्यकर्ता जिला मुख्यालय के बाहर ही गायों के साथ डटे रहे और केंद्र एवं राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते रहे. प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पशुपालक भी मौजूद थे. बाद में आरएलपी कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर को पीएम और सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा.
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आरएलपी की यह है छह सूत्रीय मांग : आरएलपी के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह रावत ने बताया कि लंपी बीमारी को सरकार महामारी घोषित करें. ग्राम पंचायत स्तर पर सरकार उचित दवा और इलाज के अलावा गायों के लिए क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था करवाए. जिन किसानों की गाय लंपी से मरी है उनका उचित मुआवजा देना सरकार सुनिश्चित करें. उनकी ओर से लंपी वायरस को लेकर सतर्कता अभियान चलाया जाए. जिससे अन्य गायों को भी बचाया जा सके. सरकार गोशालाओं की अनुदान राशि बढ़ाएं और गोशालाओं में आयुर्वेदिक दवा युक्त लड्डू और पोषाहार की उचित व्यवस्था भी करवाएं. बीमारी से मृत गायों को लावारिस जगहों पर डालने से रोकने की व्यवस्था की जाए. साथ ही उन मृत गायों को दफनाने की व्यवस्था भी की जाए. इसके लिए पंचायत स्तर पर टीमों का गठन किया जाए और उनके लिए अनुदान राशि की व्यवस्था भी की जाए.
सिरोही में लंपी को महामारी घोषित करने की मांग: सिरोही में पूर्व गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी ने सोमवार को जिला अस्पताल का दौरा करके व्यवस्थाओं का जायजा लिया. वहीं गोशालाओं में हो रही लापरवाही को लेकर जिला कलेक्टर डॉ भंवरलाल को ज्ञापन सौंपा. देवासी ने जिला कलेक्टर से मांग की कि सिरोही में रात्रि में गौ सेवकों के साथ एक डॉक्टर लगाया जाए ताकि इलाज में आसानी हो सके. ज्ञापन में बताया कि लंपी वायरस को सरकार गंभीरता से लेकर तुरंत प्रभाव से राज्य महामारी घोषित करें. लंपी वायरस से जिन पशुपालकों की गायें मरी हैं, उनको उचित मुआवजा दिया जाए. प्रत्येक गांव में आइसोलेशन सेंटर खोले जाएं.