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अगले 20 सालों में ह्रदय रोग से ज्यादा कैंसर से होगी मौत, जागरूकता, सतर्कता और उपचार हो सकता है बचाव - मौतों के मामले में कैंसर नम्बर वन

देश में सबसे ज्यादा मौते ह्रदय रोग से हो रही है लेकिन अब वह दिन भी ज्यादा दूर नहीं जब मौतों के मामले में कैंसर नम्बर वन होगा. यह कहना है (Cancer awareness camp in Ajmer) देश के प्रख्यात कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ कर्नल आर रंगाराव का.

Cancer awareness camp in Ajmer
Cancer awareness camp in Ajmer
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Published : Feb 26, 2022, 6:55 PM IST

अजमेर. आमजन को कैंसर के प्रति जागरूक (Cancer awareness camp in Ajmer) करने के उद्देश्य से डॉ रंगाराव और उनके साथी विशेषज्ञ डॉ रूद्र प्रसाद आचार्य ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से अजमेर क्लब में पत्रकार वार्त्ता का आयोजन किया. इस दौरान डॉ रंगाराव ने कहा कि कैंसर अब लाइलाज बीमारी नहीं रही है बल्कि कैंसर का ईलाज मुमकिन है.

कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ कर्नल आर रंगा राव 28 वर्ष सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं, फिलहाल वे गुरुग्राम में पारस कैंसर सेंटर के चेयरमैन है. डॉ रंगा राव ने कहा कि देश मे सालाना 2 लाख से अधिक नए मरीज कैंसर के आ रहे हैं इनमे से 40 फीसदी पहले ही वर्ष में मौत हो जाती है. 60 फीसदी का उपचार होता है. समय पर कैंसर का पता चल जाए तो 70 से 80 फीसदी मरीज उपचार से ठीक हो सकते हैं.

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया के लिए कैंसर एक बड़ी समस्या बन चुका है. चिकित्सकों और वैज्ञानिकों की ओर से कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में जरूरी है कि आमजन भी इस बीमारी के प्रति जागरूक हो और लोगों को भी जागरूक करें. डॉक्टर रंगा राव ने बताया कि कैंसर की जांच के लिए बायोप्सी के साथ-साथ बहुत से तरीके उपलब्ध हैं. जांच से पता चलने के बाद इस बीमारी को ठीक करने के लिए मुख्य रूप से कीमोथेरेपी का सहारा लिया जाता है लेकिन अब कुछ चुनिंदा किस्म के कैंसर में ही कीमोथेरेपी से उपचार किया जाता है.

यह भी पढ़ें- राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस विशेष: मासूमों को भी शिकार बना रहा कैंसर, हर साल 2 हजार बच्चे हो रहे पीड़ित

कैंसर बीमारी की जांच होने के बाद प्रारंभिक स्तर पर गंभीरता से इलाज शुरू नहीं करना घातक साबित हो जाता है. उन्होंने बताया कि कैंसर का सबसे बड़ा कारण बिगड़ी हुई जीवन शैली है. वहीं दूसरा कारण जेनेटिक है और तीसरी वजह तंबाकू, शराब, धुम्रपान है. देश में सबसे ज्यादा मरीज महिलाओं के ब्रेस्ट कैंसर के हैं. वही तंबाकू उत्पादों के सेवन की वजह से भी बड़ी संख्या में लोग कैंसर का शिकार हो रहे हैं. ऐसे में लोगों को सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है.

यह भी पढ़ें- National Cancer Awareness Day : 20 से 35 साल के आयु-वर्ग में तेजी से बढ़ रहा है कैंसर..समय रहते सुधार लें जीवनशैली

आज के दौर में वर्ष में एक बार व्यक्ति को अपना फिजिकल जांच चिकित्सक से करवानी चाहिए. कई बार मामूली शरीर पर गांठ होने से हम उसे बड़े ही हल्के में ले लेते हैं लेकिन आगे चलकर यह जानलेवा भी हो सकती है. वहीं इस बात का भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत है कि व्यक्ति के माता पिता, दादा दादी को कैंसर तो नहीं था. कई बार कैंसर जेनेटिक भी हो सकता है.

यह भी पढ़ें- स्पेशल: शुरुआती लक्षणों की पहचान कैंसर निदान में सहायक, कोविड के दौरान इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

हॉलीवुड अभिनेत्री एंजेलिना जोली का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एंजेलिना जोली की मां और नानी को भी कैंसर था. जब उन्होंने अपने ब्लड की जांच करवाई तब उन्हें कैंसर का पता चला. उन्होंने कहा कि कैंसर से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि समय रहते उसका पता चल जाए और उसके बाद मरीज को उपचार उपलब्ध हो जाए. डॉ आर रंगा राव ने बताया कि शुद्ध शाकाहारी आहार, नियमित व्यायाम और उचित परामर्श से कैंसर को बढ़ने से रोका जा सकता है.

अजमेर. आमजन को कैंसर के प्रति जागरूक (Cancer awareness camp in Ajmer) करने के उद्देश्य से डॉ रंगाराव और उनके साथी विशेषज्ञ डॉ रूद्र प्रसाद आचार्य ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से अजमेर क्लब में पत्रकार वार्त्ता का आयोजन किया. इस दौरान डॉ रंगाराव ने कहा कि कैंसर अब लाइलाज बीमारी नहीं रही है बल्कि कैंसर का ईलाज मुमकिन है.

कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ कर्नल आर रंगा राव 28 वर्ष सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं, फिलहाल वे गुरुग्राम में पारस कैंसर सेंटर के चेयरमैन है. डॉ रंगा राव ने कहा कि देश मे सालाना 2 लाख से अधिक नए मरीज कैंसर के आ रहे हैं इनमे से 40 फीसदी पहले ही वर्ष में मौत हो जाती है. 60 फीसदी का उपचार होता है. समय पर कैंसर का पता चल जाए तो 70 से 80 फीसदी मरीज उपचार से ठीक हो सकते हैं.

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया के लिए कैंसर एक बड़ी समस्या बन चुका है. चिकित्सकों और वैज्ञानिकों की ओर से कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में जरूरी है कि आमजन भी इस बीमारी के प्रति जागरूक हो और लोगों को भी जागरूक करें. डॉक्टर रंगा राव ने बताया कि कैंसर की जांच के लिए बायोप्सी के साथ-साथ बहुत से तरीके उपलब्ध हैं. जांच से पता चलने के बाद इस बीमारी को ठीक करने के लिए मुख्य रूप से कीमोथेरेपी का सहारा लिया जाता है लेकिन अब कुछ चुनिंदा किस्म के कैंसर में ही कीमोथेरेपी से उपचार किया जाता है.

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कैंसर बीमारी की जांच होने के बाद प्रारंभिक स्तर पर गंभीरता से इलाज शुरू नहीं करना घातक साबित हो जाता है. उन्होंने बताया कि कैंसर का सबसे बड़ा कारण बिगड़ी हुई जीवन शैली है. वहीं दूसरा कारण जेनेटिक है और तीसरी वजह तंबाकू, शराब, धुम्रपान है. देश में सबसे ज्यादा मरीज महिलाओं के ब्रेस्ट कैंसर के हैं. वही तंबाकू उत्पादों के सेवन की वजह से भी बड़ी संख्या में लोग कैंसर का शिकार हो रहे हैं. ऐसे में लोगों को सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है.

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आज के दौर में वर्ष में एक बार व्यक्ति को अपना फिजिकल जांच चिकित्सक से करवानी चाहिए. कई बार मामूली शरीर पर गांठ होने से हम उसे बड़े ही हल्के में ले लेते हैं लेकिन आगे चलकर यह जानलेवा भी हो सकती है. वहीं इस बात का भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत है कि व्यक्ति के माता पिता, दादा दादी को कैंसर तो नहीं था. कई बार कैंसर जेनेटिक भी हो सकता है.

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हॉलीवुड अभिनेत्री एंजेलिना जोली का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एंजेलिना जोली की मां और नानी को भी कैंसर था. जब उन्होंने अपने ब्लड की जांच करवाई तब उन्हें कैंसर का पता चला. उन्होंने कहा कि कैंसर से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि समय रहते उसका पता चल जाए और उसके बाद मरीज को उपचार उपलब्ध हो जाए. डॉ आर रंगा राव ने बताया कि शुद्ध शाकाहारी आहार, नियमित व्यायाम और उचित परामर्श से कैंसर को बढ़ने से रोका जा सकता है.

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