अजमेर. नीट परीक्षा में कमजोर अभ्यर्थियों की जगह कमजोर फर्जी अभ्यर्थी बैठाने के मामले में पुलिस अब उन अभ्यर्थियों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है, जिनकी जगह फर्जी अभ्यर्थी बैठाए गए थे. धोखाधड़ी और दलाली करने वाले शातिरों से बरामद दस्तावेजों एवं विभिन्न गैजेट्स की पुलिस बारीकी से जांच कर रही है.
पुलिस को उम्मीद है कि एस्से आगे की कड़ियां और जुड़ेगी. इधर पुलिस को मास्टरमाइंड अर्पित स्वामी से पूछताछ में अहम सुराग मिले हैं. नीट परीक्षा की तरह मास्टरमाइंड अर्पित स्वामी जेईई परीक्षा में भी कमजोर विद्यार्थियों की जगह फर्जी विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठा चुका है. पुलिस ने इस दिशा में भी साक्ष्य जुटाना शुरू कर दिया है. पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों में बिहार के पूर्णिया जिले के निवासी मोहम्मद तंजील की भी भूमिका अहम मानी जा रही है.
मोहम्मद तंजील कोटा में रह रहा था. आरोपी मोहम्मद तंजील कोचिंग दलाल महेंद्र सैनी के संपर्क में था. आरोपी मोहम्मद तंजील फर्जी अभ्यार्थी बनकर परीक्षा में बैठने वाले मेडिकल के विद्यार्थियों से संपर्क करता था और उन्हें पैसे का लालच देकर परीक्षा में बैठने के लिए तैयार करता था. खास बात यह रही कि पुलिस के हत्थे चढ़े मास्टरमाइंड अर्पित स्वामी और दलाल महेंद्र सैनी कमजोर अभ्यर्थियों के फार्म भरने के अलावा उनके प्रवेश पत्र में लगी फोटो को विशेष सॉफ्टवेयर की मदद से ऐसा तैयार करते थे कि देखने वाले को फर्जी अभ्यार्थी की फोटो असल लगे.
इतना ही नहीं पहचान पत्र में भी अभ्यर्थी की फोटो को मिक्सिंग सॉफ्टवेयर के जरिए तैयार करते थे. यानी आधार कार्ड के डिजिटल प्रारूप में लगी फोटो से भी छेड़छाड़ करने में शातिर माहिर थे. आरोपियों के अजमेर के सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. सोमवार देर शाम दो दलाल सहित सात आरोपियों को मजिस्ट्रेट के घर पेश किया गया. जहां से दो दलालों को 21 सितंबर तक का रिमांड एवं शेष सात आरोपियों को 15 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में रखा गया है. दलालों से पुलिस मामले से संबंधित कड़ियां जोड़ने के लिए पूछताछ कर रही है.
ये चार आरोपी पहले चढ़े थे पुलिस के हत्थे
नीट/जेईई परीक्षा में कमजोर परीक्षार्थियों की जगह फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाकर धोखाधड़ी करने के संबंध में पुलिस ने 11 सितंबर को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इसमें मास्टरमाइंड अर्पित सोनी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था. उसके अलावा गजेंद्र स्वामी योगेंद्र स्वामी को भी पुलिस ने जयपुर से गिरफ्तार किया था. यह तीनों मूलतः अलवर जिले के बानसूर क्षेत्र के निवासी हैं. इन से मिली सूचना के आधार पर कोटा में बिहार के पूर्णिया जिले के मीनापुर पंचायत के बेरिया गांव निवासी मोहम्मद तंजील को भी गिरफ्तार किया गया. इस मामले में योगेंद्र स्वामी को 15 दिन के लिए न्यायिक अभिरक्षा में कोर्ट ने भेजा है जबकि मास्टरमाइंड अर्पित स्वामी सहित तीन आरोपियों को 10 दिन का रिमांड है.
इन असल अभ्यार्थियों के स्थान पर यह फर्जी अभ्यर्थी बनकर बैठे थे परीक्षा में
अजमेर पुलिस रेंज आईजी एस सेंगाथिर ने बताया कि दलाल महेंद्र कुमार सैनी सीकर जिले के नीमकाथाना क्षेत्र में ढाणी राजाराम वाली का निवासी है. यह जयपुर में एनआईए कॉलेज में द्वितीय वर्ष का बीएमएस का विद्यार्थी है. इसके पास से 23 महंगे मोबाइल, दो आधार कार्ड, कई बैंकों के एटीएम, अभ्यार्थी पूनम देवड़ा और बनवारी लाल गुर्जर का आधार कार्ड, राजस्थान तहसीलदार सेवा का पुष्पेंद्र सिंह नाम का एक पहचान पत्र, नीट परीक्षा 2021 का पेपर परीक्षा पुस्तिका साकेत m1, नगद 61 हजार रुपए, दो डायरी और विभिन्न विद्यार्थियों के फोटो बरामद किए गए हैं.
महेंद्र सैनी कमजोर अभ्यार्थियों से नेट परीक्षा में पास करवाने और महाविद्यालय में दाखिला करवाने के लिए 30 लाख रुपए लेता था. बताया जाता है कि इससे आगे भी कई कड़ियां हैं इनके जुड़ने पर और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं.
बाड़मेर जिले के बालोतरा थाना क्षेत्र में पुरोहितों की ढाणी आसोत्रा निवासी डॉ राजन राजगुरु चित्तौड़ जिले के केनरा सीएससी में डॉक्टर के पद पर तैनात है. कोटा में डॉ राजन राजगुरु का एक कोचिंग सेंटर भी है जहां नीट परीक्षा की तैयारी करवाई जाती है. आरोपी मोहम्मद तंजील का संपर्क था. डॉ राजन राजगुरु कोचिंग में ऐसे कमजोर अभ्यर्थियों को चिन्हित करता था जो पैसा देने में सक्षम थे. वह उन चिन्हित कमजोर विद्यार्थियों के बारे में दलाल महेंद्र सैनी को बताता था.
उत्तर प्रदेश आगरा शाहगंज थाना क्षेत्र में मारुति स्टेट रोड निवासी प्राची परमार, उत्तराखंड में गुरु राम राय मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा है. प्राची परमार को जयपुर में सुबोध स्कूल परीक्षा केंद्र से पकड़ा था. यूपी के सहारनपुर निवासी दिव्य ज्योति की जगह परीक्षा केंद्र में फर्जी अभ्यर्थी बनकर प्राची परमार परीक्षा देने आई थी.
अलवर जिले के आशियाना आंगन फ्लैट नंबर 202 निवासी प्रिया चौधरी भरतपुर में राजकीय मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा है. फर्जी अभ्यर्थी बनकर प्रिया चौधरी असल अभ्यर्थी भारती मीणा के स्थान पर जयपुर में लाल बहादुर शास्त्री पीजी कॉलेज में परीक्षा देने आई थी.
नागौर जिले के जसवंतगढ़ थाना क्षेत्र में सारडी गांव निवासी प्रवीण मंडा, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में वेटरनरी प्रथम वर्ष का छात्र है. यह यूपी के बिजनौर में नूरपुर निवासी मोहम्मद दानिश के स्थान पर परीक्षा देने जयपुर में चौमू की पुलिया के पास भवानी निकेतन स्कूल परीक्षा केंद्र में परीक्षा देने आया था.
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अलवर जिले के नीमराणा क्षेत्र में डूमरोली गांव निवासी अंकित यादव, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी में वेटरनरी में द्वितीय वर्ष का छात्र है. यह यूपी के बलिया निवासी अभिषेक कुमार गोयल के स्थान पर जयपुर में सी स्कीम मैं परीक्षा केंद्र महावीर पब्लिक स्कूल में परीक्षा देने के लिए आया था.
जोधपुर जिले के महामंदिर थाना क्षेत्र में बृजेश कॉलोनी निवासी प्रद्युम्न सिंह, उत्तराखंड के देहरादून में श्री गुरु राम राय मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है. यह देहरादून के मेहूवाला निवासी असल अभ्यर्थी नितिन कुमार के स्थान पर जयपुर में मानसरोवर में स्थित परीक्षा केंद्र आई आई एम डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय आया था.
सीकर जिले के नीमकाथाना क्षेत्र में हीरा नगर निवासी अनोज बिजारणिया, कृषि विज्ञान में एमएससी का छात्र है. इसके पास से कई बैंकों के एटीएम और राजस्थान तहसीलदार सेवा का एक आईडी कार्ड जो पुष्पेंद्र सिंह के नाम का बरामद हुआ है.
झुंझुनू जिले के बग्गड थाना क्षेत्र निवासी सांवरमल सोनी, यूपी के वाराणसी में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में वेटरनरी का द्वितीय वर्ष का छात्र है. यह यूपी के मुरादाबाद स्थित भायपुर निवासी शाबाज के स्थान पर जयपुर में परीक्षा केंद्र एलबीएस पब्लिक स्कूल में परीक्षा देने आया था.