ETV Bharat / city

अजमेरः नसीराबाद अस्पताल में अव्यस्थाओं का अंबार, लोगों में रोष - चिकित्सकों के रिक्त पद

भाजपा और बजरंग दल ने कोटा मार्ग स्थित क्षेत्र के सबसे बड़े राजकीय सामान्य चिकित्सालय की अव्यवस्थाओं को लेकर उपखण्ड अधिकारी राकेश गुप्ता को ज्ञापन दिया. ज्ञापन में बताया कि चिकित्सा मंत्री के गृह जिले में होने के बाद भी अस्पताल में चिकित्सकों और नर्सिंग कर्मियों के पद रिक्त हैं.

नसीराबाद अस्पताल में अव्यस्थाएं, Disorders in Nasirabad Hospital
नसीराबाद अस्पताल में अव्यस्थाओं का अंबार
author img

By

Published : Feb 1, 2021, 9:01 PM IST

नसीराबाद (अजमेर). भाजपा और बजरंग दल ने कोटा मार्ग स्थित क्षेत्र के सबसे बड़े राजकीय सामान्य चिकित्सालय की अव्यवस्थाओं को लेकर उपखण्ड अधिकारी राकेश गुप्ता को ज्ञापन दिया.

पढ़ेंः आसाराम की अपील पर टली सुनवाई, 9 फरवरी को होगी अगली सुनवाई

ज्ञापन में बताया कि चिकित्सा मंत्री के गृह जिले में होने के बाद भी अस्पताल में चिकित्सको व नर्सिंग कर्मियों के पद रिक्त हैं. जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. चिकित्सक के अभाव में सोनोग्राफी भी बंद पड़ी है. जिसके कारण मरीजों को निजी सोनोग्राफी सेंटरों पर जाकर सोनोग्राफी करवानी पड़ती है. जिससे आर्थिक परेशानी का सामना भी करना पड़ता है.

पढ़ेंः गृह विभाग ने जारी की नई कोरोना गाइडलाइन, कक्षा 1 से 5 तक की क्लासें अगले आदेश तक रहेंगी बंद

ज्ञापन में बताया कि अस्तपाल में दवाओं की कमी रहने के कारण लोगों को मजबूरन बाहर से दवाइयां खरीदनी पड़ती है. बता दें कि पिछले महीने अस्पताल में व्याप्त अव्यस्थाओ को लेकर अजमेर संभाग के संयुक्त निदेशक डॉक्टर इंदरजीत सिंह ने अस्पताल का दौरा व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए थे. लेकिन, बावजूद इसके अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो पाया है. जिससे लोगों में रोष है.

नसीराबाद (अजमेर). भाजपा और बजरंग दल ने कोटा मार्ग स्थित क्षेत्र के सबसे बड़े राजकीय सामान्य चिकित्सालय की अव्यवस्थाओं को लेकर उपखण्ड अधिकारी राकेश गुप्ता को ज्ञापन दिया.

पढ़ेंः आसाराम की अपील पर टली सुनवाई, 9 फरवरी को होगी अगली सुनवाई

ज्ञापन में बताया कि चिकित्सा मंत्री के गृह जिले में होने के बाद भी अस्पताल में चिकित्सको व नर्सिंग कर्मियों के पद रिक्त हैं. जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. चिकित्सक के अभाव में सोनोग्राफी भी बंद पड़ी है. जिसके कारण मरीजों को निजी सोनोग्राफी सेंटरों पर जाकर सोनोग्राफी करवानी पड़ती है. जिससे आर्थिक परेशानी का सामना भी करना पड़ता है.

पढ़ेंः गृह विभाग ने जारी की नई कोरोना गाइडलाइन, कक्षा 1 से 5 तक की क्लासें अगले आदेश तक रहेंगी बंद

ज्ञापन में बताया कि अस्तपाल में दवाओं की कमी रहने के कारण लोगों को मजबूरन बाहर से दवाइयां खरीदनी पड़ती है. बता दें कि पिछले महीने अस्पताल में व्याप्त अव्यस्थाओ को लेकर अजमेर संभाग के संयुक्त निदेशक डॉक्टर इंदरजीत सिंह ने अस्पताल का दौरा व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए थे. लेकिन, बावजूद इसके अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो पाया है. जिससे लोगों में रोष है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.