अजमेर. जिला मुख्यालय पर एनएसयूआई के छात्र बुधवार को धरना प्रदर्शन करने पहुंचे. ये प्रदर्शन छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट करने व उनका कमरे का किराया माफ करने को लेकर था. वहीं, धरना देने गए इन छात्र नेताओं को सिविल लाइन थाना पुलिस ले गई.
जानकारी के अनुसार एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष नवीन सोनी, फरान खान समेत कई छात्र नेता अपनी मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर धरना देने पहुंचे थे. जब छात्र नेताओं ने धरना देना शुरू किया तो सिविल लाइन थाना प्रभारी एवं पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए.
इस दौरान पुलिस की ओर से उन सभी से लॉकडाउन होने के चलते सिर्फ 4 से 5 जन ही धरने पर बैठने की बात कही. इसके बाद बाकी छात्रों को रवाना कर दिया. वहीं, पुलिस की सख्ती के चलते सोनी चौधरी व खान सहित चार जने धरने पर बैठ गए. जिसके बाद बाइक की चाबी लेने आए एक छात्र की पुलिस की ओर से चाबी लेने से मामला गरमा गया.
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पुलिस की ओर से बाइक की चाबी लेने को लेकर धरने पर बैठे छात्रों ने विरोध किया, जिस पर पुलिस ने एक छात्र को पुलिस की जीप में बैठा लिया, जिससे छात्र नेता आक्रोशित हो गए. वहीं, पुलिस व छात्र नेताओं के बीच काफी बहस हो गई. आखिरकार पुलिस ने धरना दे रहे सभी छात्र नेताओं को पुलिस की जीप में बैठा दिया और थाने ले गए. जिससे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं में रोष फैल गया.
छात्र नेताओं का कहना है कि मांग को लेकर पूर्व में कुलपति और जिला अधीक्षक को ज्ञापन दिया गया था. लेकिन छात्रों के प्रमोट की मांग नहीं मानी गई, जिससे धरना शुरू कर दिया गया है. जिला उपाध्यक्ष दिनेश चौधरी ने कहा कि छात्रों को प्रमोट करना और किराया माफ करना अत्यंत आवश्यक है. वहीं, सरकार को छात्र हित में मांग पूरी करनी चाहिए.