अजमेर. राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा 2021 के प्रथम लेवल की परीक्षा के दौरान फर्जी दस्तावेजों के आधार पर परीक्षा देने वाले पति- पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली ने अजमेर के सेंट्रल गर्ल्स स्कूल से दोनों पति-पत्नी को पकड़ा था. इसके बाद कोतवाली पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया था.
अजमेर पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा के मुताबिक राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा में नकल गिरोह की धरपकड़ के लिए जिले में समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया था. इसके तहत 26 सितंबर को जिला विशेष शाखा के कांस्टेबल मनोज की सूचना पर जिला स्पेशल टीम और कोतवाली थाना पुलिस ने मिलकर सेंट्रल गर्ल्स स्कूल अजमेर में रीट परीक्षार्थी देवी विश्नोई नामक महिला और उसके पति भजनलाल बिश्नोई को पकड़ा है. दोनों फर्जी नाम पते से परीक्षा दे रहे थे. दोनों के खिलाफ कोतवाली ने मुकदमा दर्ज किया है.
उन्होंने बताया कि आरोपी भजन लाल अपनी पत्नी देवी विश्नोई की रीट परीक्षा मैं गलत तरीके से नकल करवाकर पास करवाना चाहता था. इसके लिए वह फर्जी आधार कार्ड देवी चंद विश्नोई के नाम से बनाकर एवं गलत सूचना के आधार पर रीट परीक्षा का फार्म भरकर एक ही सेंटर पर एक ही कमरे में रोल नंबर आगे पीछे आने पर नकल करते पाया गया था.
पढ़ेंः रीट पेपर लीक पर गहलोत सरकार पर पूनिया और राठौड़ का तंज...कहा-यह युवाओं के साथ बड़ा छल है
आरोपी बाड़मेर जिले के थाना धोरीमन्ना क्षेत्र के निवासी हैं. बोर्ड सूत्रों की मानें तो दोनों आरोपी पति- पत्नी के खिलाफ बोर्ड डीबार की कार्रवाई होगी यानी भविष्य में दोनों आरोपी बोर्ड की किसी भी परीक्षा में भाग नहीं ले पाएंगे.
एटीएस और एसओजी की सूचना पर जिला स्पेशल टीम ने कार्रवाई करते हुए अजमेर के सिविल लाइंस क्षेत्र में रीट कार्यालय के नजदीक जवाहर सीनियर सेकेंडरी स्कूल से एक सरकारी शिक्षक को परीक्षा देते हुए पकड़ा है. आरोपी सरकारी शिक्षक अन्य अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने बैठा था. अजमेर के सिविल लाइंस थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
अजमेर एसपी जगदीश चंद्र शर्मा ने बताया कि राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा 2021 में फर्जी अभ्यार्थियों की रोकथाम और नकल गिरोह की रोकथाम के लिए एटीएस और एसओजी सक्रिय थी. दोनों सुरक्षा एजेंसियों की सूचना पर अजमेर जिला स्पेशल टीम ने जवाहर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के कमरा नंबर 25 से जालौर के धानता ग्राम निवासी अभियार्थी दिनेश कुमार को कमरे से बाहर जाते हुए रोका और उसके पास से एडमिट कार्ड और आधार कार्ड मिला.
पढ़ेंः पढ़ें- राजस्थान प्री-डीएलएड का परिणाम जारी, परीक्षा में करीब 4 लाख 33 हजार परीक्षार्थी हुए थे शामिल
इस दौरान पूछताछ में उससे उसकी उम्र पूछी गई. उसने अपनी उम्र 29 वर्ष बताई जो उसके शारीरिक कद काठी से मिलान नहीं करती थी. लिहाजा उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना परिचय नागौर जिले के सांचौर तहसील के ग्राम पुर का स्वरूपा राम देवासी के रूप में बताया. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके रिश्ते में साले दिनेश को रीट लेवल प्रथम में पास करवाने के लिए वह उसके स्थान पर परीक्षा देने बैठा था. यानी दिनेश और स्वरूपा राम ने जानबूझकर रीट परीक्षा अनुचित तरीके से पास कर अनुचित लाभ प्राप्त करने का अपराधिक षड्यंत्र किया है. पुलिस ने आरोपी की परीक्षा सामग्री भी जब्त कर ली है.
आरोपी के खिलाफ सिविल लाइन थाने में धारा 419 420 120 बी में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान किया गया है. पुलिस रिपोर्ट के आधार पर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी अभ्यार्थी दिनेश के खिलाफ कार्रवाई करेगा. बता दें कि पुलिस ने अजमेर के कई परीक्षा केंद्रों से दर्जनों अभ्यर्थियों को पकड़ा था. बाद में वेरिफिकेशन करने पर कई अभ्यर्थियों को देर शाम तक छोड़ भी दिया.