अजमेर. दरगाह इलाके में चोरी के शक में एक युवक की पिटाई कर उसकी हत्या कर दी. मृतक का नाम अंदरकोट निवासी इरशाद अली बताया जा रहा है. दरगाह थाना पुलिस के मुताबिक अंदरकोट स्थित ढाई दिन के झोपड़े के पास दुकान पर इरशाद अली गया था. जहां दुकानदार नावेद ने उस पर चोरी करने का आरोप लगाते हुए उससे मारपीट शुरू कर दी. उसके बाद नावेद ने इरशाद अली को अपने समीप ही घर के बाहर लाकर पटक दिया.
दरगाह थाना सीओ रघुवीर शर्मा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि अंदर कोट इलाके में एक युवक का शव पड़ा हुआ है. मौके पर जाकर देखा तो युवक के चेहरे पर जख्म थे. वहीं जमीन पर भी खून पड़ा हुआ था. उसे तत्काल जेएलएन अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया है. उन्होंने बताया कि अंदर कोट क्षेत्र में रहने वाली इरशाद अली की मां की ओर से हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है.
बताया जाता है कि इरशाद अली की उम्र 20 वर्ष है और वह नशे का आदी है. वारदात के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दुकानदार नावेद को हिरासत में ले लिया है. पूछताछ में उसने बताया कि उसकी दुकान पर पहले दो से तीन बार चोरी की वारदात हो चुकी है. उसे इरशाद अली पर शक था. इरशाद अली उसकी दुकान पर आया था.
उस पर चोरी का शक होने की वजह से गुस्से में आकर मारपीट की थी. इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है. पुलिस आरोपी नावेद से पूछताछ कर रही है. साथ ही क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और आस-पड़ोस के लोगों से भी पूछताछ जारी है. वारदात में नावेद अकेला था या उसके साथ कुछ और लोग भी थे, इस बारे में भी पूछताछ की जा रही है.
क्या है पूरा मामला...
इरशाद अली की हत्या इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली है. सोमवार सुबह 5 बजे इरशाद के साथ दुकानदार नावेद ने सरेआम दुकान पर मारपीट की थी. उस वक्त कई लोग जमा हो गए थे. लेकिन लोग तमाशबीन बने रहे. बाद में इरशाद अली को मारपीट करने के बाद दुकानदारों पर उसके भाई दुकान के समीप ही घर में ले गए. जहां उसे कमरे में बंद कर दिया गया. संभवत: इरशाद अली दुकानदार की मारपीट बर्दाश्त नहीं कर पाया और उसने दम तोड़ दिया. इरशाद अली के मरने से दुकानदार घबरा गया और उसे ठिकाने लगाने की सोच रहा हो, लेकिन शाम साढ़े 5:00 बजे करीब दुकानदार के कमरे में युवक की लाश होने की सूचना फोन के जरिए पुलिस को मिली थी.
इरशाद अली की मां ने बेटे को बचाने के लिए दुकानदार को नुकसान की भरपाई करने का भी दिया था हवाला...
इरशाद अली से मारपीट करने के बाद नावेद और उसके भाइयों ने उसे दुकान से कुछ ही दूर मकान में कमरे में बंद कर दिया था. इस दौरान इरशाद अली की मां ने दुकानदार से उसे छोड़ने की मिन्नतें की थी. तब उसे दुकानदार ने इरशाद अली को पुलिस के हवाले करने का हवाला देकर चलता कर दिया. दोपहर तक जब इरशाद अली घर नहीं पहुंचा तो उसकी मां थाने भी गई थी. जहां उसने अपने बेटे के बारे में पूछताछ की. थाने से उसे जवाब मिला कि उसका बेटा यहां नहीं है. इरशाद अली की मौत कब और किस तरह से हुई यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चल पाएगा. लेकिन इतनी भीड़-भाड़ वाले इलाके में सरेआम युवक के साथ मारपीट होने के मामले में लोग के तमाशबीन बने रहना, इंसानियत को शर्मसार करने वाला कृत्य है.