पुष्कर(अजमेर). जेष्ठ मास की निर्जला एकादशी के अवसर पर शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने पवित्र पुष्कर सरोवर पर पूजा अर्चना कर आस्था की डुबकी (occasion of Nirjala Ekadashi devotees worship) लगाई. अलसुबह से ही सरोवर के 52 घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी जो कि दिन भर बनी रही.
धार्मिक शास्त्रों और पुराणों में जेष्ठ के पवित्र महीने की निर्जला एकादशी पर पुष्कर सरोवर की पूजा अर्चना करने और दान पुण्य का खास महत्व बताया गया है. ऐसी मान्यता है की पवित्र जेष्ठ माह की निर्जला एकादशी पर तीर्थ राज पुष्कर में स्नान करने से मनुष्य अपने सब पापों से मुक्त हो जाता है. इन्हीं मान्यताओं के मद्देनजर निर्जला एकादशी पर तेज गर्मी के बावजूद महिलाओं ने अन्न जल तक ग्रहण नहीं किया और उपवास रखकर मटकी शर्बत सहित गर्मी से निजात दिलाने वाली कई वस्तुओं का पुरोहितों को दान किया.
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निर्जला एकादशी पर अपने पूर्वजों की आत्मा शांति के लिए पिण्डदान और तर्पण का भी खास महत्व बताया गया है. इस विशेष दिन पर धार्मिक नगरी पुष्कर के पवित्र सरोवर के मुख्य घाटों और देव मंदिरो में उमड़े जन सैलाब से माहौल धर्ममय सा हो गया है. भीड़ को देखते हुए पुलिस और पालिका प्रशासन ने श्रदालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए.