अजमेर. पटना में नागपुर एम्स द्वारा केवल छात्राओं के लिए निकाली गई वैकेंसी का विरोध अब राजस्थान में भी नजर आने लगा है. इसे पुरुष नर्सिंग कर्मियों के साथ भेदभाव करार देते हुए बुधवार को अजमेर के नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थियों ने विरोध मार्च निकाला.
जवाहरलाल नेहरु मेडिकल नर्सिंग कॉलेज से शुरू हुआ मार्च जिला मुख्यालय पर पहुंचा. जहां राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा एंव स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया. नर्सेज कर्मियों के इस प्रदर्शन में नर्सिंग छात्रों के साथ छात्राओं ने भी कंधे से कंधा मिलाकर आरक्षण नीति का पुरजोर विरोध किया.
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नर्सिंग छात्र कर्मियों का कहना था कि नागपुर एम्स पदों पर भर्ती के लिए महिलाओं में 80% आरक्षण और पुरुषों के लिए मात्र 20% आरक्षण की छूट दी गई है. इस भेदभाव की राजनीति को नर्सेज कर्मियों द्वारा सहन नहीं किया जाएगा और इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा.
नर्सेज कर्मियों एम्स की इस नीति का विरोध करते हुए नर्सिंग छात्रों ने जिला कलेक्टर के माध्यम से राजस्थान सरकार को अपनी भावनाओं से अवगत करवाया और चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपनी नीतियों में परिवर्तन नहीं किया तो प्रदेश भर में नर्सिंग छात्र एक बड़ा आंदोलन शुरू करेगा. जिसे पहले जिला स्तर और बाद में प्रदेश स्तर पर शुरू किया जाएगा.