अजमेर. विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में जियारत करने के लिए आई मां-बेटी ने बुधवार को आनासागर झील में छलांग लगा दी. अचानक हुई इस घटना से मौके पर खड़े लोग अचंभित रह गए. झील पर तैनात गोताखोरों ने आनन-फानन में छलांग लगाई और दोनों मां-बेटी को बाहर निकालकर दोनों को ही तुरंत 108 एंबुलेंस की सहायता से जवाहरलाल नेहरू अस्पताल भिजवाया, लेकिन तब तक मां की मौत हो चुकी थी और बेटी की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है.
क्रिश्चियन गंज थाने के एएसआई शिवलाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सूचना मिली कि आनासागर झील में दो महिलाएं कूद गई हैं, तो वह तुरंत मौके पर पहुंचे. वहीं गोताखोरों की सहायता से दोनों को बाहर निकलवाया गया. जवाहरलाल नेहरू अस्पताल लाने पर अमीना बेगम को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि मेहरून्निसा ठीक है.
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वहीं उन्होंने बताया कि दोनों मां-बेटी जयपुर से दरगाह जियारत के लिए आई थी. वह झील किनारे घूम रही थी. जहां अचानक दोनों ने ही आनासागर झील में छलांग लगा दी. मृतका की बेटी मेहरून्निसा से बातचीत करने पर वह भी अवसाद में लग रही है. वह अपने पिता की मृत्यु का लगातार जिक्र कर रही है. संभवतया पिता की मृत्यु से डिप्रेशन में आकर ही दोनों ने यह कदम उठाया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.