अजमेर. राजस्थान में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है. कई जिलो में झमाझम बारिश का दौर जारी है. लेकिन अगर अजमेर जिले की बात की जाए पिछले साल की तुलना में इस बार काफी कम बारिश हुई है. पिछले साल जिले में 948 एमएम बारिश हुई थी, जबकि इस बार केवल 295 एमएम बारिश ही अब तक हो पाई है. यानी मानसून की मेहरबानी अजमेर पर अभी तक कम ही हुई है, जबकि अजमेर में औसतन 550 एमएम बारिश होती है.
कम बारिश की वजह से अजमेर में पेयजल का संकट आगामी महीनों में मंडरा सकता है. बांधों के खाली रहने से भूजल स्तर में काफी कमी आएगी. वहीं बांध क्षेत्रों के आसपास के कृषि क्षेत्रों में सिंचाई के लिए पानी भी उपलब्ध नहीं हो पाएगा. अजमेर जिले को मानसून से बड़ी आस थी, लेकिन अभी तक मानसून ने अजमेर को निराश ही किया है. मानसून का तंत्र बना हुआ है, लेकिन अजमेर जिला अभी अच्छी बारिश का इंतजार कर रहा है.
23 बांध और तालाब पूरी तरह से खाली
अजमेर जिले में 58 बड़े-छोटे बांध और तालाब हैं. पिछले साल अजमेर में मानसून की मेहरबानी रही थी, यही वजह थी कि 56 बांध और तालाब पूरी तरह से लबालब भर गए थे. इस बार 3 बांधों में 80 फीसदी पानी आया है, जबकि 23 बांध और तालाब पूरी तरह से खाली हैं.
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सिंचाई विभाग के अनुसार जिले में 3 बड़े बांध हैं. इनमें नारायण सागर बांध सबसे बड़ा बांध है. जिसकी भराव क्षमता 704.5 मिलियन क्यूबिक फीट है. इसके अलावा फुल सागर 333 और लसाड़िया बांध की भराव क्षमता 406 मिलियन क्यूबिक फीट है.
अजमेर के 27 बांध और उनमें पानी की स्थिति
अजमेर आनासागर- 12.9 फीट, फाय सागर-17.8 फीट, उटडा- पानी नहीं, रामसर- 5.2, बीर-नहीं, फुल सागर कायड़- पानी नहीं, रुपनगढ़- पानी नहीं, शिवसागर न्यारा -5.2 फीट, पुष्कर सरोवर-11.2, फुल सागर जालिया- गेज से कम, राजियावास ब्यावर- 0.10 फीट, मकरेड़ा ब्यावर-9.04, गोविंदगढ़ ब्यावर- 0.40 फीट, अजगरा सरवाड़- 0.6 फीट, ताज सरोवर अरनिया सरवाड़- 7.0 फीट, मदन सरोवर धनवा सरवाड़- 5.8 फीट, मुंडोती सरवाड़- गेज से कम, पारा प्रथम केकड़ी- पानी नहीं, पारा द्वितीय केकड़ी- पानी नहीं, लसाडिया बांध केकड़ी- पानी नहीं, वसुंदनी बांध केकड़ी- 1.60 मीटर, नाहर सागर पिपलाज केकड़ी-2.98 मिटर, लोरडी सागर मसूदा- गेज से कम, नारायण सागर खारी मसूदा- गेज से कम, देव सागर बड़ली बांदनवाड़ा- 4.3 फीट, न्यू बरोल बांदनवाड़ा- 2.6 फिट, मानसागर जौताया बांदनवाड़ा- पानी नहीं.
जिले में 30 तालाबों में पानी की स्थिति
भीमसागर तिहारी- 2.8 फीट, खानपुरा तालाब-3.10 फीट, चौरसियावास टैंक- 1.8 फीट, खीरसमन्द रामसर- 5.5 फीट, लाखोंलाव टेंक हनुतिया- 3.7 फीट, नया तालाब बलाड़- रिक्त, पुराना तालाब बलाड- 1.7 फिट, जवाजा तालाब- 8 फीट, काबरा टैंक- 1.5 फीट, काली काकर तालाब-2.1 फिट, देलवाड़ा तालाब-0.7 फीट, छोटा तालाब चाट- 4 फीट, रण समन्द नयागांव- रिक्त, मदन सागर डीडवाड़ा- 7 फीट, बूढ़ा पुष्कर- 1.74 मीटर, अंबा पुरा बांध- रिक्त, कोरिया सागर अराई- रिक्त, सुख सागर सिरोज- रिक्त, जवाहर सागर सिरोज- रिक्त, सुर खेली सागर अराई- 1.3 फीट, विजय सागर लांबा-गेज से कम, विजय सागर आकोड़िया- रिक्त, किशन सागर गोगुंदा- 9 फीट, विजय सागर फतेहगढ़-3.2 फिट, सिंदूर सागर सरवाड़-2.11 फीट, गोविंद सागर सरवाड़- रिक्त, गज सागर सरवाड़- रिक्त, कर्क सागर सरवाड़- 6.9 फीट, भगवंतीया सागर सरवाड़- रिक्त, जड़ जोड़ला सरवाड़- रिक्त, नया सागर गोठी-रिक्त.
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बीसलपुर बांध लाइफलाइन
अजमेर की लाइफ लाइन टोंक जिले में है. अजमेर की जनता की प्यास बीसलपुर बांध से बुझाई जाती है. बीसलपुर में वर्तमान में पानी की आवक त्रिवेणी क्षेत्र से काफी कम हो रही है. इस बांध की भराव क्षमता 315.5 MCFT है. ऐसे में वर्तमान में 313.02 फीट पानी बांध में है. इस लिहाज से अजमेर की प्यास बुझाने के लिए बांध में पर्याप्त पानी है, लेकिन जिले के बांध और तालाब में पानी की आवक नहीं होने से भूजल स्तर में कमी आएगी. जिसका असर आगामी महीनों में कृषि कार्यों पर पड़ेगा.