अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में प्रसाद फूल अगरबत्ती और चादर बेचने वाले हजारों लोग बेरोजगार हो चुके हैं. मानवाधिकार मिशन ने मंगलवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर दरगाह में ख्वाजा गरीब नवाज की मजार पर फूल और चादर पेश करने की लगी पाबंदी हटाने की मांग की है. मानवाधिकार मिशन के जिलाध्यक्ष एस एफ मोबीन चिश्ती ने बताया कि कोरोना माहमारी के बाद दरगाह को बंद कर दिया गया था और जायरीनों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई थी.
राजस्थान सरकार की गाइडलाइन के अनुसार दरगाह शरीफ को एक बार फिर से खोल दिया और जायरीनों की जियारत को फिर से शुरू किया गया, लेकिन सरकार ने ख्वाजा साहब की मजार पर चढ़ने वाले फूल, चादर, अगरबत्ती पर भी रोक लगा रखी है. जिससे दरगाह के आसपास और दरगाह में चादर, फूल बेचने वाले दुकानदार बेरोजगार हो चुके हैं.
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ऐसे लोगों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है. अब ऐसे में सरकार को फूल और चादर पेश करने के साथ-साथ नजराना पेश करने की पाबंदी भी हटा देनी चाहिए ताकि इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को एक बार फिर से रोजगार मिल सके. उन्होंने कहा कि दरगाह के मुख्य गेट पर जिस तरह से बैरिकेडिंग लगाई हुई है उसे भी हटाया जाए ताकि जायरीन आसानी से दरगाह शरीफ पर जियारत कर सके. ज्ञापन देने वालों में मिशन के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.