अजमेर. जिला परिषद में शुक्रवार को राज्य सरकार के निर्देश पर विशेष साधारण सभा की बैठक रखी गई. बैठक में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत सड़कों के सुदृढ़ीकरण व मुख्यमंत्री बजट घोषणा के अनुरूप हर ब्लॉक में बाबा भीमराव अंबेडकर भवन बनाए जाने के प्रस्ताव का अनुमोदन लिया गया. इस दौरान सड़क रोडवेज पट्टे सहित कई मुद्दे भी हावी रहे.
सभा की खास बात यह रही कि हमेशा की तरह विधायकों प्रधान व जिला परिषद सदस्यों की रुचि बैठक में कम ही दिखाई दी. यही वजह रही कि उपस्थित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी भी बिना तैयारी के बैठक में शामिल हुए. बैठक में राज्य सरकार के निर्देशों के अनुरूप प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क के सुदृढ़ीकरण व 5 ब्लॉकों में बाबा भीमराव अंबेडकर भवन के प्रस्ताव का अनुमोदन कर लिया गया.
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बैठक में मौजूद जिला परिषद सदस्य के सवालों का अधिकारी जवाब नहीं दे पाए. वहीं मसूदा विधानसभा क्षेत्र से वार्ड नंबर 13 की जिला परिषद सदस्य मुकेश कंवर ने जमीन के पट्टों का मामला उठाया और उसका अनुमोदन करने के लिए कहा. इस दौरान जिला परिषद सदस्य मुकेश कंवर ने जिला प्रमुख वंदना नोगिया पर मामले को लटकाने का भी आरोप लगाया.
मुकेश कंवर ने आरोप लगाते हुए कहा कि 5 सालों में जिला प्रमुख वंदना नोगिया ने बजट को लेकर कई ग्राम पंचायतों के साथ पक्षपात किया है. उनका यह भी आरोप है कि नोकिआ ने जिले में 10 ग्राम पंचायतों को ही पैसे लेकर बजट आवंटित किया है. साथ ही विजय नगर अस्पताल में चिकित्सक लगाए जाने की मांग भी उन्होंने उठाई है.
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बैठक में 8 विधायकों में से 2, 9 प्रधानों में से 2 और 32 जिला परिषद सदस्यों में से 12 सदस्य ही बैठक में मौजूद रहे. कई विकास अधिकारी भी बैठक से नदारद रहे. किशनगढ़ विधायक सुरेश टाक ने कहा कि जिला स्तरीय कोई भी बैठक हो उनमें अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ आना चाहिए. बैठक में मौके की मांग उठाने के साथ जनप्रतिनिधियों को लिखित में भी अपनी मांग देनी चाहिए. टाक ने कहा कि बैठकों में जनप्रतिनिधियों को आना चाहिए जनता के प्रति जो उनका धर्म है, उसका पालन उन्हें करना चाहिए.
कार्यकाल के अंतिम बैठक में जनप्रतिनिधियों की रुचि कम होने से आमजन के मुद्दे सदन में नहीं उठाए जा सके. महज राज्य सरकार के निर्देशों के अनुरूप दो प्रस्तावों पर अनुमोदन करवाना ही बैठक का औपचारिक उद्देश्य रहा, जबकि शेष मुद्दे गौण रहे.